अल्मोड़ा मे घूमने के लिए 15+ जगहें (Top 15+ Places to Visit in Almora)

Places to Visit in Almora: समुद्र तल से 1600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अल्मोड़ा उत्तराखंड राज्य में कुमायुं पहाड़ियों पर मौजूद एक छोटा जिला है जो चारों तरफ हिमालय से घिरा हुआ है| अल्मोड़ा सांस्कृतिक विरासत, वन्य जीव और हस्तशिल्प का एक बेहतरीन संगम है|

अल्मोड़ा तक प्रसिद्ध शहर देहरादून, मसूरी और ऋषिकेश से आसानी से पहुंचा जा सकता है| प्राकृतिक सुंदरता के बीच बसे इस शहर मे कई आलोकिक जगहे हैं  जो पर्यटकों को लुभाती हैं| अल्मोड़ा मे कई सांस्कृतिक धरोहरे हैं जहां आपको जरूर जाना चाहिए|

अल्मोड़ा कैसे पहुंचे (How to reach Almora)

वायुमार्ग (By Air)

अगर आप फ्लाइट से अल्मोड़ा पहुंचना चाहते है तो आपको 115 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पंत नगर हवाई अड्डा पहुंचना होगा| पंत नगर हवाई अड्डा से बाहर आकार आप कैब या बस लेकर अल्मोड़ा पहुँच सकते हैं|

सड़क मार्ग (By Road)

अल्मोड़ा सड़क मार्ग से आस पास के शहरों से बहुत अच्छी तरह जुड़ा हुआ है| नजदीक के शहरों से सीधी और लक्जरी बस या कैब लेकर अल्मोड़ा पहुंच सकते हैं|

रेल मार्ग (By Train)

अल्मोड़ा का सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है जो अल्मोड़ा से मात्र 82 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| काठगोदाम रेलवे स्टेशन से बाहर आकर आप बस या कैब लेकर अल्मोड़ा पहुँच सकते हैं| अगर आप काठगोदाम के लिए ट्रेन बुक करना चाहते हैं तो यहाँ पर क्लिक करें|

Top 15 Places to Visit in Almora for an Unforgettable Experience

1- जीरो पॉइंट (Zero Point)

अगर आपको प्रकृति से लगाव है तो आपको जीरो पॉइंट एक बार जरूर घूमना चाहिए| ये पॉइंट 2412 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है| जीरो पॉइंट बिनसर वन्यजीव अभ्यारण्य के बीचों बीच स्थित है जहां तक अल्मोड़ा से 2 घंटे का ट्रैक करके पहुंचा जा सकता है|

जीरो पॉइंट से आप सूर्योदय का मंत्रमुग्ध करने वाला नजारा देख सकते हैं साथ मे हरे भरे जंगल इस जगह की सुंदरता और बढ़ा देते हैं| इस पॉइंट से आप बर्फ से ढके केदारनाथ और नंदा देवी आदि पर्वतों के सुंदर नजारो को भी देख सकते हैं| जीरो पॉइंट तक पहुँचने के रास्ते मे आप विभिन्न प्रकार की वनस्पति और विलुप्त हुए वन्य प्राणियों को भी देख सकते हैं|

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2- जागेश्वर शिव मंदिर (Jageshwar Shiva Temple)

अल्मोड़ा के 125 मंदिरों मे जागेश्वर मंदिर सबसे बड़ा मंदिर है जो की भारी संख्या मे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है| यहाँ भगवान शिव का 8वां ज्योतिर्लिंग है जो जटागंगा नदी किनारे स्थित है। जागेश्वर में स्थित ज्यादातर मंदिर भगवान भोलेनाथ को समर्पित है| ऐसी मान्यता है की यहां स्थित भगवान शिव का ज्योतिर्लिंग दुनिया का पहला शिवलिंग है|

इस मंदिर का निर्माण 9वीं शताब्दी में हुआ था| अगर आप पौराणिक मान्यताओं और कहानियों  मे रुचि रखते हैं तो ये जगह आपके लिए स्वर्ग से कम नहीं है जो आपको भारतीय संस्कृति को गहराई से जानने मे मदद करेगी| इस मंदिर का निर्माण सुंदर नागर शैली मे किया गया है| यह मंदिर  देवदार और ओक के जंगलों  के बीचों बीच स्थित है जहां पर आने के बाद आपको एक आध्यात्मिक शांति का अनुभव होगा|

3. बिनसर (Binsar)

बिनसर उत्तराखंड का एक छोटा सा शहर है जो चारों तरफ से बर्फ से लदी हिमालय की पहाड़ियों से घिरा हुआ है | 2420 मीटर की ऊंचाई पर स्थित या शहर अल्मोड़ा से 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| बिनसर एक फूलों की घाटी वाला शहर है जहां से आप कुमाऊँ घाटी के मन मोह लेने वाले दृश्य देख सकते हैं| बिनसर देवदार के पेड़ों के हरे-भरे जंगल, घास के बड़े बड़े मैदान और खूबसूरत मंदिरों के लिए मशहूर हैं।

बिनसर मे प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य भी है। यहाँ की वादियों से सूर्योदय और सूर्यास्त देखना एक अद्भुत अनुभव होगा| बिनसर ट्रैकर्स के लिए स्वर्ग के समान है| ट्रॅकिंग के दौरान आप बेहद खूबसूरत प्रकृति की सुंदरता को देख पाएंगें अगर आप पक्षियों को देखने के शौकीन हैं तो ट्रेक के दौरान आपको कई दुर्लभ और विलुप्त हो चुके पक्षियों के देखने का मौका मिलेगा| ट्रेक बहुत ही सहज है और जंगल से होते हुए जायेगें तो तो आपको हरे भरे खेत और क्रिस्टल पानी के झरने देखने को मिलेंगे|

4.कसार देवी (Kasar Devi Temple)

कसार देवी मंदिर यहाँ के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक माना जाता है। यह मंदिर काशय पहाड़ियों पर एक रिज के किनारे स्थित है। अगर इतिहास मे आप देखेगे तो  1890 मे स्वामी विवेकानन्द यहाँ आए थे और उन्होंने कई दिनों तक यहाँ ध्यान किया | उनके आने के बाद ये मंदिर और प्रसिद्ध हो गया|

इस मंदिर के आस पास एक विशाल भू-चुंबकीय क्षेत्र है| यहाँ पर आपको स्टे करने के लिए सीमित जगह मिलेगी| यहाँ पर एक बड़ा मेला भी लगता है जो कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित होता है| यहाँ से आप नंदा देवी और पंचचूली की पहाड़ियों की बर्फ से ढकी चोटियों के शानदार दृश्य देख सकते है| मंदिर परिसर के आस-पास का पूरा  क्षेत्र देवदार और  चीड़ के पेड़ हैं से घिरा हुआ है जो इसकी सुंदरता को और बढ़ा देते हैं|

5. नंदा देवी मंदिर (Nanda Devi Temple)

1000 साल पुराना नंदा देवी मंदिर माल रोड स्थित सबसे पवित्र मंदिरों मे से एक है| मंदिर की दीवारे पर पत्थर की नक्काशी है जो इस मंदिर की सुंदरता को और बढ़ाती है| सितंबर के महीने मे यहाँ पर मेला भी लगता है| इस मंदिर मे आप सुबह और शाम आरती का लुत्फ उठा सकते हैं|

नंदा देवी चंद वंश के राजाओं की कुलदेवी हैं| माँ नंदा देवी को शैलपुत्री का रूप माना जाता है| माता यहाँ मंदिर मे आए भक्तों के सभी कष्ट दूर करती है और मनोकामना को पूर्ण करती है

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6. ब्राइट एंड कॉर्नर (Bright End Corner)

ब्राइट एंड कॉर्नर अल्मोड़ा का सबसे प्रसिद्ध आकर्षण है जिसको सनसेट पॉइंट के नाम से जान जाता है| इस जगह से आप सूर्योदय और सूर्यास्त दोनों का विहंगम दृश्य देख सकते हैं| ये जगह स्वामी विवेकानन्द को समर्पित है जिन्होंने यहाँ कुछ समय बिताया था और यहाँ पास मे ही विवेकानंद लाइब्रेरी भी स्थित है|

ब्राइट एंड कॉर्नर अल्मोड़ा शहर से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| अगर आप यहाँ से गुजर रहे है तो यहाँ की खूबसूरत आपको रोक लेगी| यहाँ से आप बर्फ से लदे पहाड़ों के खूबसूरत नजारों को भी देख सकते हैं| इसे ‘विवेकानंद कॉर्नर’ भी कहा जाता है|

7.कटारमल सूर्य मंदिर (Katarmal Sun Temple)

कटारमल सूर्य मंदिर 800 साल पुराना मंदिर है जहां एक मुख्य और 45 छोटे मंदिर है| जो समुद्र तल से 2,116 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है| यह सूर्य को समर्पित दूसरा सबसे बाद और खूबसूरत मंदिर है ओडिशा के सूर्य मंदिर के बाद जो अल्मोड़ा से लगभग 19 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| यहाँ हर साल भारी संख्या मे पर्यटक आते हैं|

सुबह के समय इस मंदिर की सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है| फोटोग्राफर्स के लिए ये जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है| इस मंदिर का निर्माण 9वीं शताब्दी मे कत्यूरी राजाओं के द्वारा किया गया था| ये मंदिर अल्मोड़ा के छिपे हुए रत्नों मे से एक है| मंदिर की सुंदर वास्तुकला और मूर्तियां इस जगह का मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं जो पर्यटकों को भारी संख्या मे अपनी ओर आकर्षित करती हैं।

साल मे दो बार 22 अक्टूबर और 22 फरवरी को सूर्य की इरने सीधे मूर्ति मे पड़ती है और ऐसा माना जाता है की ये मंदिर एक रात मे बना था और जैसे ही सूर्य की पहली किरण मंदिर पर पड़ी तो मंदिर जितना भी बना था उसे उतना ही रहने दिया गया| इस मंदिर की देखरेख ASI द्वारा किया जाता है| इसके इतिहास के बारे मे मंदिर मे जाकर और ज्यादा पता कर पाएंगे|

8- गोविंद वल्लभ पंत संग्रहालय (Govind Ballabh Pant Public Museum)

इस संग्रहालय का नाम भारत के स्वतंत्रता सेनानियों में से एक, गोबिंद वल्लभ पंत के नाम पर रखा गया है। संग्रहालय माल रोड के नजदीक स्थित होने के कारण यहाँ तक आसानी से पहुँचा जा सकता है| इस संग्रहालय संस्कृति और परंपराओं  का अद्भुत संगम आपको देखने को मिलेगा|

यहाँ की सबसे अच्छी बात ये है की यहाँ कोई प्रवेश शुल्क नहीं है| यहाँ पर आप अल्मोड़ा का पूरा इतिहास जान सकते हैं| संग्रहालय में इस क्षेत्र पर शासन करने वाले कत्यूरी राजवंशों चित्रों, ऐतिहासिक चीजों का संग्रह है|

9. चितई मंदिर (Chitai Temple)

अल्मोड़ा शहर से 9 किमी दूर और राजमार्ग संख्या 37 पर स्थित स्थित यह मंदिर गोलू देवता को समर्पित है जिन्हे भगवान भोलेनाथ का अवतार माना जाता है| यहाँ तक पहुँचने के लिए आप स्टैन्ड से टैक्सी बुक कर सकते हैं| इस मंदिर का निर्माण चंद शासन के दौरान किया गया था|

इस मंदिर मे हजारों पीतल की घंटियों लगी हुई हैं जिनकी मधुर झनकार आपके कानों को सुकून देगी| इन घंटियों को भक्त लटकाते है जब उनकी मनोकामना पूर्ण हो जाती है| गोलू देवता को न्याय के देवता के रूप मे जाना जाता है| आप जब भी अल्मोड़ा जाए इस मंदिर को घूमने वाली जगहों मे जरूर शामिल करें|

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10. डियर पार्क (Deer Park)

अल्मोड़ा से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित डियर पार्क जो प्रकृति और वन्यजीव प्रेमियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है| ये पार्क वन्यजीवों और प्राकृतिक सुंदरता का अद्भुत संगम है जो अल्मोड़ा के सबसे घूमे जाने वाली जगहों मे से एक है|

यहाँ पर आप हिरण के अल्वा अन्य जीवों को भी देख सकते हैं| यहाँ का आकर्षण का प्रमुख केंद्र है देवदार के हरे-भरे वृक्ष और इनकी सघनता के बीच घूमते जानवर| यहाँ प्रकृति की सुंदरता के बीच आप शांति से कुछ समय बिता सकते हैं|

11. अल्मोड़ा में खरीदारी (Shoping in Almora)

अल्मोड़ा मे शॉपिंग करना आपको एक अलग अनुभव देगा| अल्मोड़ा खरीदारी के लिए बहुत ही उत्तम जगह है| यहाँ का सबसे पुराना बाजार लाला बाजार है जो की 200 वर्ष पुराना है जोकि राजाओं द्वारा बसाया गया है  यहाँ पर आप आभूषण, अंगोरा कपड़ा, शॉल, एथनिक वियर और ऊनी कपड़े खरीद सही दाम  पर खरीद  सकते हैं|

चौक बाजार से आप सजावटी सामान, पीतल की वस्तुओं, तांबे की वस्तुओं, धातु के बर्तनों, पश्मीना शॉल की खरीददारी कर सकते हैं| कारखाना बाजार से आप तांबे के बर्तन और स्थानीय शिल्पकला के लिए मशहूर है। रघुनाथ सिटी कॉम्प्लेक्स अल्मोड़ा का एक प्रमुख शॉपिंग हब है जिसमें बहुत सारी मनोरंजक ऐक्टिविटीज होती हैं।

12- कुआरी दर्रा (Kuari Pass)

कुआरी दर्रा  उत्तराखंड में सबसे अच्छे ट्रेक में से एक है जिसका मतलब होता है ‘ प्रवेश द्वार’| इस ट्रेकिंग ट्रेल की खोज 1905 में लॉर्ड कर्जन ने की थी इसलिए इसे ‘कर्जन ट्रेल’ के नाम से जाना जाता है|  यहाँ से आप नंदा देवी, नीलकंठ, माना, हाथी घोड़ी पर्वत, बर्थोली, त्रिशूल, द्रोणागिरी, कामेत पर्वतों के विहंगम दृश्य का आनंद ले सकते हैं|

यह ट्रेक घने देवदार, ओक और रोडोडेंड्रोन और हरे भरे जंगल से घिरा हुआ है| इस ट्रेक के बीच से मंदाकिनी, कालीगंगा और धौली गंगा आदि नदियां होकर गुजरती है| यहाँ पर आने का सबसे बढ़िया समय गर्मियों का होता है|

13. दूनागिरी (Dunagiri)

यह एक लोकप्रिय और खूबसूरत गाँव है जो हिमालय मे बसा हुआ है| यहाँ पर एकांत मे आकर आप अपने मित्रों और परिवार जनों के साथ क्वालिटी समय बिता सकते हैं| ऐसा माना जाता है की यहाँ कई ऋषिमुनियों ने दूनागिरी को निवास बनाकर आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त किया और उस ज्ञान को पूरी दुनिया मे फैलाया| ये अल्मोड़ा का एक बेहद कम भीड़भाड़ वाली जगह है जहां आपको एक अद्भुत शांति प्राप्त होगी|

 

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14. जालना (Jalna)

जालना एक छोटा, खूबसूरत और शांतिप्रिय गाँव है|  समुद्रतल से लगभग 1700 मीटर की ऊंचाई पर हिमालय के जंगल मे स्थित है जहां पर आप ट्रेकिंग का भी आनंद ले सकते हैं| ये अल्मोड़ा की एक दिलचस्प जगह है| शहर की भागदौड़ से दूर खुद को फ्रेश करने के लिए ये बेहद ही खूबसूरत जगह है|

ये जगह रोमांच और प्रकृति की सुंदरता से भरपूर है| ये गाँव प्राकृतिक खूबसूरती के साथ, शांति, ट्रेकिंग और रोमांच का अद्भुत संगम है|अगर आप अल्मोड़ा आते है तो जालना को जरूर विज़िट करें|

15. द्वाराहाट (Dwarahat)

कुमाऊ के पहाड़ों पर स्थि यह एक प्राचीन शहर है जो एक बेहद खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन, प्राचीन विरासत और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है| द्वाराहाट खूबसूरत लुभावनी दृश्यों और भव्य मंदिरों के विख्यात है| समुद्र तल से 2000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित द्वाराहाट से आप नंदा देवी, कैलाश मानसरोवर, दूनागिरी जैसे कई अन्य चोटियों के सुंदर दृश्याओं को आप देख सकते हैं|

यहाँ पर देश विदेश ने लाखों पर्यटक आते है| द्वाराहाट कत्यूरी राजाओं द्वारा बनाए गए लगभग 55 प्राचीन मंदिरों का घर है साथ मे ये जगह विशेष ऐतिहासिक विरासत और धार्मिक महत्व का केंद्र है| ये कुमाऊ मे मनमोहक दृश्यों से भरी जगह है जहां पर आप प्राकृतिक सुंदरता के बीच आराम से कुछ समय परिवार या मित्रजनों के साथ बिता सकते हैं|

16. सिमटोला (Simtola)

सिमटोला इको पार्क अल्मोड़ा मे प्रकृति की गोद में बसा हुआ एक बेहद ही रमणीय स्थल है| यह पार्क शांति और प्राचीन सौंदर्यता का अद्भुत संगम है| इस इको पार्क को पर्यावरण के अनुकूल बनाया गया है| यहाँ पर एक समय मे हीरे का खनन होता था| यह पूरा एरिया चीड़ और देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ है साथ मे आपको पार्क के अंदर ही कई विभिन्न प्रकार की वनस्पतियाँ देखने को मिल जायेंगी| 

आप यहाँ पर विदेशी पक्षियों को भी देख सकते हैं| ये पार्क अपने शांत और सुंदर वातावरण के कारण और शहर की भीड़भाड़ से दूर होने के कारण अल्मोड़ा मे पिकनिक मनाने के लिए भी एक परफेक्ट जगह है| चारों तरफ हिमालय से घिरे होने के कारण इस पार्क की सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है| अगर आप अपने मित्रजनों या परिवार के साथ शांति और सुकून से कुछ समय बिताना चाहते है तो एक इस बेहतरीन पार्क मे जरूर विज़िट करें|

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निष्कर्ष

अलमोड़ा एक ऐसा छोटा सा शहर है जहां आप प्राकृतिक सुंदरता के साथ साथ प्राचीन मंदिरों को भी घूम सकते हैं| इस शहर ने सुंदरता और प्राचीनता दोनों धरोहरों को सम्हाल कर रखा हुआ है| सुंदर और अद्वितीय हिमालय की गोद मे बसा ये शहर आपको खरीदारी करने के लिए भी एक अच्छा माहौल देता है| इस शहर के प्राचीन मंदिर आपको अध्यात्म से सराबोर कर देंगे|


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