Visit in Mount Abu: 1220 मीटर की ऊंचाई पर स्थित और अपने शांत वातावरण, हरे-भरे माहौल और सुरम्य वातावरण के लिए जाना जाने वाला माउंट आबू राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है जो अरावली रेंज मे स्थित है जो हरे भरे जंगलों से घिरा हुआ है| यहाँ का शीतल वातावरण और मनमोहक दृश्य आपको रोमांच से भर देगा| माउंट आबू का इतिहास और संस्कृति भी काफी समृद्ध है| ये गर्मियों मे घूमने के लिए उत्तम जगह है|
माउंट आबू कैसे पहुंचे (How to reach Mount Abu)
वायुमार्ग (By Air)
माउंट आबू का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा उदयपुर हवाई अड्डा है जो माउंट आबू से 165 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| आप उदयपुर उतरकर टैक्सी या बस लेकर माउंट आबू पहुँच सकते हैं|
सड़क मार्ग (By Road)
सड़क मार्ग से माउंट आबू आने के लिए आपको उदयपुर आना होगा| उदयपुर से आपको माउंट आबू के लिए बस मिल जाएगी| अगर आप माउंट आबू पहुँचने के लिए बस बुक करना चाहते हैं तो यहाँ पर क्लिक करें|
रेल मार्ग (By Train)
आप जयपुर या अहमदाबाद से ट्रेन लेकर माउंट आबू आ सकते हैं लेकिन अगर किसी और जगह से आ रहे हैं तो आपके लिए सड़क मार्ग का ही अच्छा ऑप्शन है|
आइए जानते है माउंट आबू मे सबसे ज्यादा घूमे जाने वाली जगहों के बारे मे
1. नक्की झील (Nakki Lake)
समुद्र तल से 1200 मीटर की ऊंचाई ये खूबसूरत झील चारों तरह हरे भरे पहाड़ों से घिरी हुई है| यह एक मानव निर्मित झील है| यहाँ पर आप पिकनिक मना सकते है साथ मे नौका विहार का भी आनंद ले सकते हैं| प्रसिद्ध रघुनाथ मंदिर और महाराजा जयपुर पैलेस इसी झील के किनारे स्थित है| प्रकृति प्रेमियों के लिए ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं है|
यहाँ पहाड़ी की चोटी पर स्थित टॉड रॉक है जो की नाम से पता चलता है जिसका आकार टॉड जैसा है जहां तक आप पैदल चलकर जा सकते हैं और वहाँ से विहंगम दृश्य का लुत्फ उठा सकते हैं| यह भारत की पहली मानव निर्मित झील है जो माउंट आबू का एक रत्न है जिसकी गहराई 11000 मीटर है| यह फोटोग्राफी के लिए भी एक उपयुक्त जगह है| नक्की झील माउंट आबू मे घूमने वाली जगहों (Places to Visit in Mount Abu) मे से एक है|
2. गुरु शिखर (Guru Shikhar)
माउंट आबू से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गुरु शिखर अरावली पर्वतमाला की सबसे ऊँची चोटी है जिसकी समुद्र तल से ऊंचाई 1722 मीटर है जहां से आप माउंट आबू के बहुत ही मनमोहक दृश्य देख सकते हैं| गुरु शिखर का आशय है ‘गुरु का शिखर’ इसका नाम गुरु दत्तात्रेय के नाम पर रखा गया है क्यूँ की गुरु दत्तात्रेय संन्यासी दिनों के दौरान शिखर पर रहते थे।
शिखर के ऊपर एक गुफा है जिसको गुरु दत्तात्रेय की याद मे मंदिर मे बदल गया है| आपको चोटी तक पहुँचने के लिए कुछ सीढ़ियाँ चढ़नी होंगी| चोटी मे पहुँचने पर आपको एक सदियों पुरानी घंटी मिलेगी जिसकी ध्वनि दूर दूर तक सुनाई देती है| चोटी पर पहुँचने के बाद आपको एक अद्भुत शांति का अनुभव होगा|
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3. दिलवाड़ा मंदिर (Dilwada Temple)
माउंट आबू से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी और राजस्थान के माउंट आबू की हरी-भरी अरावली पहाड़ियों के बीच स्थित दिलवाड़ा मंदिर जैनियों का सबसे खूबसूरत तीर्थ स्थल है। मंदिर का निर्माण 11वीं और 13वीं के शताब्दी के बीच विमल शाह द्वारा के बीच संगमरमर और जटिल नक्काशी से किया गया था| बाहर से ये मंदिर बहुत ही साधारण दिखता है लेकिन अंदर जाकर इसकी असली सुंदरता आप देख पाएंगें|
यहाँ 5 मंदिर हैं विमल वसही, लूना वसही, पित्तलहर, पार्श्वनाथ और महावीर स्वामी मंदिर जो क्रमशः भगवान आदिनाथ, भगवान ऋषभदेव, भगवान नेमिनाथ, भगवान महावीर स्वामी और भगवान पार्श्वनाथ को समर्पित हैं। इन पांचों मे से सबसे प्रसिद्ध विमल वसही और लूना वसही हैं| इस मंदिर का निर्माण उस समय किया गया था जब माउंट आबू में 1200+ मीटर की ऊँचाई पर कोई वाहन या सड़क नहीं थी। यह जैन मंदिर माउंट आबू के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है।
4. सनसेट पॉइंट (Sunset Point)
नक्की झील के पास स्थित ये खूबसूरत और सुरम्य जगह भारी संख्या मे पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है| हरे भरे अरावली पर्वत और सूरज के किरणों से नहाए हुए ये पर्वत आपको मंत्रमुग्ध कर देगा| प्रकृति प्रेमी इस पॉइंट पर आते है और डूबते हुए सूरज के खूबसूरती का लुत्फ उठाते हैं|
ये पॉइंट एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट भी है जहां हरे भरे जंगलों के बीच आप पिकनिक मना सकते हैं| यहाँ बारह महीने बढ़िया मौसम रहता है| फोटोग्राफी के लिए भी ये जगह एक आदर्श स्थान है| शाम के सूर्यास्त के समय आसमान का लाल, नारंगी और पहाड़ के कारण हल्का हरा हो जाना ऐसा नजारा पूरी दुनिया मे आपको कही नहीं मिलेगा|
5. रघुनाथ मंदिर (Raghunath Temple)
भगवान विष्णु को समर्पित ये मंदिर 650 साल पुराना मंदिर है जो माउंट आबू में नक्की झील के किनारे स्थित है| इस हिन्दू मंदिर का निर्माण 14वीं शताब्दी के प्रसिद्ध हिंदू विद्वान श्री रामानंद ने करवाया था। ऐसा माना जाता है की भगवान रघुनाथ अपने भक्तों की हर समस्या का निदान करते है और प्राकृतिक आपदा से बचाते हैं| ये मंदिर माउंट आबू की सबसे पवित्र जगहों मे से एक है|
यहाँ की रघुनाथ जी की मूर्ति सबसे बड़े आकर्षणों मे से एक है जो एक सुंदर नक्काशीदार मूर्ति है जो पूरे देश से वैष्णव भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करती है| इस पवित्र मंदिर मंदिर आने के बाद आपको एक अद्भुत आध्यात्मिक शांति मिलेगी साथ मे आपका रोम रोम सकारात्मकता से भर जाएगा इसलिए जब भी माउंट आबू का प्लान करे तो इस मंदिर को घूमने वाली जगहों मे जरूर शामिल करें|
6. अचलगढ़ किला (Achalgarh Fort)
माउंट आबू मे स्थित अचलगढ़ किला जो 15 वीं शताब्दी का बना हुआ है जो अब पूरी तरह खंडहर मे तब्दील हो चुका है| किले के अंदर एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है विशाल नंदी प्रतिमा है। यहाँ के अन्य आकर्षण मे हनुमानपोल नामक एक विशाल द्वार है और एक मंदाकिनी नामक झील है|
किले का निर्माण परमार वंश द्वारा किया गया था बाद में महाराणा कुंभा ने इसका जीर्णोद्धार किया था। ये किला एक पहाड़ी की चोटी पर स्थापित है जहां तक आप आसानी से पहुँच सकते हैं| किले के अंदर आपको कुछ जैन मंदिर देखने को मिल जाएंगे जिनका निर्माण 1513 मे हुआ था| ये किला माउंट आबू शहर से केवल 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो सड़क मार्ग से पूरी तरह जुड़ा हुआ है|
7. माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य (Mount Abu Wildlife Sanctuary)
288 वर्ग किलोमीटर की दूरी में फैला ये अभयारण्य 300 मीटर से लेकर 1722 मीटर तक की कई ऊंची पहाड़ियों से लेकर गुरु शिखर पर स्थित है जो अरावली पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी है। ये अभयारण्य समृद्ध वनस्पतियों और वन्यजीवों का अद्भुत संगम है जो माउंट आबू से सबसे ज्यादा घूमे जाने वाला पर्यटक स्थल है| इस पूरी जगह और इसकी विविधता को संरक्षित करने के लिए 1960 मे इसे वन्यजीव अभयारण्य का दर्जा दिया गया था|
वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास मे देखना एक खूबसूरत और रोमांचकारी अनुभव होगा| यह अभयारण्य लगभग 7 किलोमीटर लंबा और 300 मीटर चौड़ा है| ये अभयारण्य रंग बिरंगे फूलों से भरा हुआ है| इस अभयारण्य मे लगभग 112 प्रकार की वनस्पतियाँ हैं जिनमें 449 वंश और 820 प्रजातियाँ हैं। यहाँ आपको कई प्रकार के विलुप्त हो चुके देशी और विदेशी जानवरों को देखना का मौका मिलेगा| इस अभयारण्य मे पक्षियों की लगभग 250 प्रजातियाँ पाई जाती हैं|
8. हनीमून पॉइंट (Honeymoon Point)
समुद्र तल से 4000 फीट की ऊंचाई पर स्थित माउंट आबू में हनीमून पॉइंट सनसेट का एक शानदार और विहंगम दृश्य प्रस्तुत करता है जो आसमान को लाल और पीले रंग से रंग देता है| नए जोड़े के लिए ये जगह माउंट आबू मे सबसे ज्यादा घूमे जाने वाली जगहों मे से एक है| इस जगह को अनादरा पॉइंट के नाम से भी जाना जाता है जो शांति से कुछ समय बताने के लिए एक शानदार जगह है|
यहाँ से आप ठंडे हवा के झोंकों के बीच चमकते सूरज और अंतहीन क्षितिज को निहार सकते हैं| इस जगह का का नाम हनीमून इसलिए रखा गया है क्यूँ की आपको यहाँ 2 चट्टानें मिलेगी जिसमे एक पुरुष और दूसरी महिला की तरह दिखती है| ये चट्टानें फोटोग्राफर्स के लिए बहुत उत्तम जगह है| जब भी आप इस पॉइंट पर जाएं अपने साथ कैमरा जरूर ले जाएं ताकि यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता को आप कैमरे मे कैद कर पाए|
9. टॉड रॉक (Toad rock)
नक्की झील के पास स्थित टॉड रॉक माउंट आबू की सबसे आकर्षक जगह है जो पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है| आप इस चट्टान पर चढ़कर शहर के सभी मनोरम दृश्य, झीलों और पहाड़ों की अद्भुत सुंदरता को कैमरे मे कैद कर सकते हैं| यहाँ तक पहुँचने का रास्ता नक्की हील से चालू होता है और 250 सीढ़ियाँ चढ़कर यहाँ तक पहुँचा जा सकता है|
यह पूरा रास्ता हरे भरे पेड़ों से भरा हुआ है| कई सीढ़ियाँ टूटी होने के कारण बच्चों और बुजुर्गों को यहाँ जाने से परहेज करना चाहिए| फ़ोटोग्राफ़रों के लिए ये जगह स्वर्ग से कम नहीं है| यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता आपके पूरे शरीर को रोमांच से भर देगी| सीढ़िया चढ़कर जैसे ही ऊपर आप पहुंचेंगे यहाँ का विहंगम दृश्य देखकर आपकी थकान पल भर मे दूर हो जाएगी|
10. ट्रेवर्स टैंक (Trevor’s Tank)
यह माउंट आबू का एक और लोकप्रिय पर्यटक स्थल है जिसका नाम कर्नल जीएच ट्रेवर नामक एक इंजीनियर ने डिज़ाइन किया था| माउंट आबू शहर के केंद्र से 5 किमी दूरी पर स्थित यह एक मानव निर्मित मगरमच्छ प्रजनन स्थल है| यहाँ की शांति और हरे भरे वातावरण के कारण ये कई अन्य जानवरों का भी है घर साथ मे ये जगह पिकनिक और फोटोग्राफी के लिए भी एक उत्तम जगह है|
यहाँ पर जंगल सफारी के लिए एक गाइड भी उपलब्ध है जिसकी कीमत लगभग 600 रुपये है| यह जगह माउंट आबू के सबसे ज्यादा दर्शनीय स्थलों मे से एक है| यहाँ की यात्रा आपको एक वन्यजीवों और प्राकृतिक सुंदरता के सुखद परिदृश्य दिखाती है|
11. यूनिवर्सल पीस हॉल (Universal Peace Hall)
1983 मे निर्मित इस भवन को ओम शांति भवन के नाम से भी जाना जाता है| यह भवन ब्रह्मा कुमारी आध्यात्मिक विश्वविद्यालय का मुख्य सभा हॉल है। सफेद रंग मे रंगे इस भवन मे 5,000 लोगों के बैठने की क्षमता है और विभिन्न प्रकार के आयोजनों मे 16 अलग अलग भाषाओं मे अनुवाद की सुविधा उपलब्ध है| इस भवन को देखने प्रतिदिन 8000 से ज्यादा पर्यटक आते हैं|
यहाँ पर एक इंसान के मूल्यों, कर्म और जीवन के चक्र को समझाते हैं और साथ मे शास्त्रों और पुराणों के बारे में भी अद्भुत जानकारी देते हैं। इस स्थान पर सालभर विभिन्न प्रकार के सम्मेलनो का आयोजन होता रहता है| ये जगह राजयोग ध्यान सीखने का एक अद्भुत केंद्र है| ब्रह्माकुमारीज़ के सदस्य पर्यटकों को समूहों में पूरे भवन मे घुमाते हैं और साथ मे उन्हे धर्म और पुराणो के बारे मे भी बताते हैं|
12. अधर देवी मंदिर (Adhar Devi Temple)
माता दुर्गा को समर्पित ये हिन्दू मंदिर माउंट आबू स्थित एक बेहद ही महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। इस मंदिर तक पहुँचने के लिए आपको 365 सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ेगी| एक बार आप जैसे ही मंदिर के द्वार पर पहुंचेंगे जो की एक गुफा के अंदर स्थित है आप आप अपनी सारी थकान भूल जाएंगें|
चोटी से दिखने वाला अद्भुत दृश्य आपकी ऊर्जा को दोगुना कर देगा| नवरात्रि मे ये मंदिर और भी ज्यादा लोकप्रिय हो जाता है| इस मंदिर की पूरी यात्रा रोमांच से भारी हुई है| । मंदिर का आध्यात्मिक और शांतिपूर्ण वातावरण आपके रोम रोम को सकारात्मकता से भर देगा जहां पर माता के सामने मत्था टेककर आप अपनी सारी चिंताओ को भूल जाएंगें|
13. गौमुख मंदिर (Gaumukh Temple)
माउंट आबू मे स्थित ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है| गौमुख मंदिर माउंटआबू मे सबसे ज्यादा घूमे जाने वाले मंदिरों मे से एक है| सुरम्य वातावरण और घने जंगलों के बीच बसा इस मंदिर तक पहुँचने के लिए 700 से ज्यादा सीढ़ियाँ हैं| इस मंदिर मे भक्तों का आना जाना पूरे साल लगा रहता है हैं| गौमुख मंदिर संत वशिष्ठ को समर्पित है जिन्होंने यहाँ पर एक यज्ञ आयोजित किया था ये यज्ञ पृथ्वी की सुरक्षा के लिए देवी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए किया गया था|
संगमरमर के बैल के मुंह से गिरने वाली रहस्यमयी जलधारा भगवान शिव के सवारी नंदी को समर्पित है इसलिए ये मंदिर शिव भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है| गौमुख के अलावा यहाँ पर भगवान कृष्ण, भगवान राम और ऋषि वशिष्ठ की मूर्तियाँ हैं| रामायण मे ऐसा किस्सा है की राम और लक्ष्मण अपने वनवास के दौरान ऋषि वशिष्ठ से ज्ञान और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए इस स्थान पर आए थे|
14. माउंट आबू बाज़ार (Mount Abu Bazar)
माउंट आबू एथनिक और ऑर्गेनिक उत्पादों की खरीदारी के लिए एक बेहतरीन जगह है| माउंट आबू मे यदि आप उच्च गुणवत्ता वाली वस्तुएँ खरीदना चाहते हैं तो आप सरकारी हस्तशिल्प एम्पोरियम और कश्मीरी कॉटेज एम्पोरियम जा सकते हैं| सरकारी हस्तशिल्प एम्पोरियम मे आप राजस्थानी कपड़ों और हस्तशिल्प खरीद सकेंगे और कश्मीरी कॉटेज एम्पोरियम कश्मीरी वस्त्रों के लिए प्रसिद्ध है।
अगर आप स्थानीय उत्पाद लेना चाहते है तो बिक्की लेक मार्केट और बंसीलाल भूरमल आपके लिए हैं| यहाँ पास आप कपड़े से लेकर खाने पीने जैसे सभी छीजे खरीद सकते हैं| अगर आपके पास खाली समय है तो दोपहर से लेकर शाम तक का समय बिताने के लिए यहाँ के बाजार बेस्ट जगहें हैं|
15. चम्पा गुफा (Champa Cave)
ये गुफा ट्रेकिंग के लिए बेहद लोकप्रिय है जो नक्की झील और टॉड रोड के बीच स्थित है| इस गुफा का ऐतिहासिक महत्व है क्यूँ की 1891 में स्वामी विवेकानंद यहाँ पर रुककर ध्यान किया था| इस गुफा मे मुख्यतः दो भाग है| पहले भाग का उपयोग ध्यान लगाने के लिए किया जाता है और दूसरे वाले का आराम कक्ष के लिए उपयोग मे लिया जाता है| बारिश के समय इस गुफा मे जाने से बचें|