कुर्ग मे घूमने के लिए 20 जगहें (Top 20 Places to Visit in Coorg)

Places to Visit in Coorg: कुर्ग हिल स्टेशन भारत के कर्नाटक राज्य मे स्थित है जो की अपने मनमोहक पर्यटन स्थल और खूबसूरत वादियों के लिए जाना जाता है| यह हिल स्टेशन समुद्र तल से 1525 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है| यह हिल स्टेशन चाय, काफी के बगानों के अलावा अपने घने जंगलों के लिए भी जाना जाता है|

कुर्ग प्रकृति प्रेमियों का मन मोह लेता है| कुर्ग कॉफी के उत्पादन के लिए मशहूर है| यहाँ का मौसम सालभर खुशनुमा रहता है आप किसी भी महीने मे कुर्ग घूमने जा सकते हैं|

कुर्ग कैसे पहुंचे (How to reach Kurg)

वायुमार्ग (By Air)

कुर्ग का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा मैंगलोर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो की कुर्ग से 144 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| मैंगलोर देश के सभी बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है| आप मैंगलोर एयरपोर्ट से उतरकर बस या टैक्सी लेकर कुर्ग जा सकते हैं|

सड़क मार्ग (By Road)

अगर आप बस से कुर्ग जाना चाहते हैं तो आपको देश के दक्षिण भारत के सभी बड़े शहरों से बस या टैक्सी मिल जाएगी|

रेल मार्ग (By Train)

कुर्ग का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन मैसूर रेलवे स्टेशन है जो कुर्ग से 116 किलोमीटर है| मैसूर रेलवे स्टेशन मे उतरकर आप बस या टैक्सी लेकर आप कुर्ग पहुँच सकते हैं| अगर आप मैसूर रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन टिकट बुक करना चाहते हैं तो यहाँ पर क्लिक करें|

आइए जानते है कुर्ग मे सबसे ज्यादा घूमे जाने वाली जगहों के बारे मे-

1. अब्बे फॉल (Abbey Waterfall)

70 फीट की ऊंचाई से गिरने वाला ये झरना आपको मंत्रमुग्ध कर देगा| इस झरने का नाम ब्रिटिश पादरी की बेटी की याद मे रखा गया है| अब्बे फाल 2 कॉफी के बगानों के बीच स्थित है| कॉफी के बगान और नीचे गिरता पारदर्शी पानी साथ मे अगल बगल की हरियाली आपका दिन बना देगी|

मानसून के दौरान इस जगह की सुंदरता और बढ़ जाती है और ये झरना ज्यादा भव्य दिखाई पड़ता है|


2. मंडलपट्टी व्यूपॉइंट (Mandalpatti Viewpoint)

मंडलपट्टी का तात्पर्य है ‘बादलों का बाजार’, जो समुद्र तल से लगभग 4050 फीट की ऊंचाई पर स्थित है| यहाँ हरियाली के साथ साथ ट्रैकिंग करना एक बेहतरीन अनुभव हो सकता है | मंडलपट्टी पुष्पगिरी रिजर्व फ़ॉरेस्ट के अंदर आता है जहां पहुँचने के बाद आप इस क्षेत्र के अद्भुत नजारें देख सकते हैं| यहाँ पहुँचने के लिए 2 रास्ते हैं एक एबी फॉल्स से और मक्कंदुरु होते हुए|

3. नामद्रोलिंग मठ (Namdroling Math)

नामद्रोलिंग मठ दुनिया में तिब्बती बौद्ध धर्म के निंगमा वंश का सबसे बड़ा शिक्षण केंद्र है साथ मे पर्यटकों की आस्था का केंद्र बना हुआ है| यह मठ कुर्ग हिल स्टेशन से लगभग 34 किलोमीटर दूरी पर स्थित है| इसे कुर्ग का स्वर्ण मंदिर भी कहा जाता है|

नामद्रोलिंग मठ 3 मंजिल का है और 5000 से अधिक भिक्षुओं और ननों का घर है जो भगवान बुद्ध के लिए पूरी तरह समर्पित हैं| आप इस मठ मे आएंगें तो यही के रह जाएंगे| इसके आस पास की खूबसूरती और हरियाली इस मठ मे चार चाँद लगा देती है|

इनके बारे में भी जाने:

4. पुष्पगिरी वन्यजीव अभ्यारण (Pushpagiri Wildlife Sanctuary)

अगर आप पशु पक्षी प्रेमी है तो ये अभ्यारण आपके लिए है और आपके लिए ये जगह कुर्ग मे सबसे खूबसूरत जगहों मे से एक है| यहाँ आपको पक्षियों की बहुत सारी तरह तरह की प्रजातियाँ देखने को मिलेगी साथ मे चिड़ियों की मधुर आवाज और ठंडी शीतल हवा के साथ यहाँ का हरा भरा जंगल आपके समय को रोक देगा|

इस अभ्यारण मे कई विदेशी जानवरों को भी आपको देखने का मौका मिलेगा|

5. राजा की सीट (Raja’s Seat)

यह बेहतरीन पर्यटक स्थल कूर्ग हिल स्टेशन के केंद्र जिला मदिकेरी में स्थित है| ये वो स्थान है जहां पर आकर कुर्ग के राजा सूर्यास्त का नजारा देखते थे|  ऊंचाई पर खड़े होकर पहाड़, हरा भरा जंगल और ऊंची ऊंची घाटियां और वहाँ से डूबते हुए सूरज को देखना अद्भुत और अचंभित करने वाला है|

ये प्रकृति की ऐसी तस्वीर आपके दिल मे बसेगी की आप कुछ कुछ समय के लिए खुद को भूल जाएंगें| अगर आप प्रकृति प्रेमी है तो ये जगह आपको जन्नत मे होने का एहसास दिलाएगी| यह कुर्ग के सबसे घूमे जाने वाले जगहों मे से एक है| राजा की सीट कुर्ग मे घूमे जाने वाली जगहों (Places to Visit in Coorg) मे से एक है|

6. ताडियांदामोल पीक (Tadiandamol Peak)

5724 फीट की ऊंचाई पर स्थित ताडियांदामोल चोटी कुर्ग की सबसे ऊंची चोटी है, इसके साथ साथ यह कर्नाटक प्रदेश की यह दूसरी सबसे ऊंची चोटी भी है| यह चोटी ट्रैकर्स के बीच खासा पोपुलर है| यदि आप ट्रैकिंग मे स्टार्टर हैं तो ये जगह आपके लिए है|

आप जीप की सहायता से भी यहाँ तक पहुँच सकते हैं| हरे भरे पहाड़ियाँ और बादलों से घिरे कम ऊंचाई वाले पहाड़ आपका मन मोह लेंगे|


7. इरुप्पु फॉल्स (Iruppu Falls)

इरुप्पु झरना कूर्ग मे ब्रह्मगिरी पर्वत श्रृंखला पर स्थित एक खूबसूरत और अद्भुत झरना है| यह फाल 170 फीट की ऊंचाई से गिरता है जिससे एक मंत्रमुग्ध करने वाला दृश्य बनता है| इसको लक्ष्मण तीर्थ वाटरफॉल के नाम से भी जाना जाता है| यह झरना रामायण काल से भी संबंध रखता है और यहाँ पर एक भगवान शिव का रामेश्वर मंदिर भी है|

इसके जल को बहुत पवित्र माना जाता है| झरने के पानी की मधुर आवाज और आस पास का सुरम्य वातावरण उन लोगों को अपनी ओर खींचता है जो शहर के भीड़भाड़ और दौड़भाग वाली जिंदगी से थक चुके हैं|

8- दुबारे ऐलीफैंट कैंप (Dubare Elephant Camp)

अगर आप इन विशालकाय पशुओं के प्रेमी है तो ये जगह आपको काभी भी निराश नहीं करेगी| यहाँ हाथियों को ट्रैनिंग दी जाती है| यहाँ आकर आप हाथियों के साथ कुछ समय बिता सकते हैं| उनके साथ खेल सकते हैं मस्ती कर सकते हैं| आप उनको केले खिला सकते हैं और आप उनको नहला भी सकते हैं|

यहाँ पर आपको हाथियों की पूरी दिनचर्या देखने को मिलेगी| एक पशु प्रेमी के लिए इससे अच्छी जगह कोई भी नहीं हो सकती|

9. कावेरी रिवर राफ्टिंग (Kaveri River Rafting)

कावेरी रिवर राफ्टिंग कुर्ग का वो अभिन्न हिस्सा है जिसे बिल्कुल भी मिस नहीं किया जा सकता| ये रिवर राफ्टिंग रोम रोम को रोमांच से भर देगी| कावेरी की शांत लहरों मे राफ्टिंग करना एक बहुत ही अनोखा और आनंदित कर देने वाला एहसास है|

रिवर रैफ्ट के दौरान कावेरी के दोनों तरफ के इलाके और इनकी हरी भरी खूबसूरती आपको पलक झपकने का भी मौका नहीं देगी| कावेरी के सफेद पानी मे की गई राफ्टिंग के सुखद यादें आपके साथ जीवन भर रहेंगी|

10. ओंकारेश्वर मंदिर (Omkareshwar Temple)

वर्ष 1820 मे लिंगराजेंद्र द्वितीय द्वारा द्वारा निर्मित ये मंदिर अपने अद्वितीय वास्तुकला का बेजोड़ नमूना है| यह मंदिर अपने सुरम्य वातावरण और खूबसूरती के लिए बहुत प्रसिद्ध है| अगर आप कुर्ग मे अपने परिवार के साथ है तो इस अद्भुत मंदिर मे जरूर विज़िट करे यहाँ आकर आपको एक असीम शांति का अनुभव होगा|

इस मंदिर की भव्यता शब्दों मे बयाँ नहीं की जा सकती|भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर कुर्ग के बेहतरीन पर्यटक स्थलों मे से एक है जो आपको मंत्रमुग्ध कर देगा|

11- चेलावारा वॉटर फॉल्स (Chelavara Water Falls)

150 फीट की ऊंचाई से गिरने वाला ये झरना कावेरी नदी से निकलता है जिसको कुर्ग मे सबसे सुंदर झरनों मे से एक माना गया है| इस झरने का पानी के कछुए के आकार के चट्टान मे गिरता है| इस झरने तक पहुँचने के लिए आपको केवल 10 मिनट का पैदल रास्ता ते करना पड़ेगा|

मानसून के दौरान यह झरना और भी ज्यादा खूबसूरत हो जाता है| कॉफी के बगानों के बीच बहता यह झरना आपकी आँखों को ठंडक और शांति से भर देगा| अगर आप भीड़भाड़ से दूर जाकर कुछ समय अकेले मे बिताना चाहते है तो ये झरना आपके लिए है|

12. मल्लल्ली फॉल्स (Mallalli Falls)

यह एक आश्चर्यचकित कर देने वाला बेहद खूबसूरत, दूधिया और भव्य झरना है जो 1000 मीटर की ऊंचाई से गिरता है| मल्लल्ली झरना कुमारधारा नदी का एक भाग है जो आगे चलकर अपने प्राकृतिक मार्ग का अनुसरण करते हुए अरब सागर मे मिल जाती है| यहाँ तक पहुँचने का सबसे अच्छा तरीका ट्रैकिंग है|

यहाँ चौड़ी कंक्रीट की सीढ़ियाँ है जो सीधे आपको झरने तक ले जाती हैं| यहाँ तक पहुँचने का पैदल रास्ता केवल 2-3 किलोमीटर का है जिसे आप आसानी से पर कर सकते हैं| ट्रैकिंग के दौरान आपजकों एक से बढ़कर एक अद्भुत दृश्य देखने को मिलेंगे जो आपको जीवनपर्यंत याद रहेंगे|

13. बारापोल रिवर (Barapole River)

बारापोल नदी एक बेहद अशांत नदी है जो की ब्रह्मगिरि चोटियों तक फैली हुई है। यह रिवर राफ्टिंग के लिए एक बेहतरीन मंच तैयार करती है|अगर आप इस नदी मे राफ्टिंग मांससोन के समय पर करते है तो आपको एक मजेदार अनुभव मिलेगा| यह नदी कुर्ग मे घूमने के लिए बेहतरीन जगहों मे से के है| उसके आस पास का परिवेश और मनमोहक द्रश्य आपको मंत्रमुग्ध कर देगा|

14. कुट्टा (Kutta)

कावेरी नदी के किनारे गोनिकोप्पल मे एक छोटा सा गाँव है, जहां आप शांति से कुछ समय बिता सकते हैं| यह कोई खास प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नहीं है लेनिन शहर की भीड़ भाड़ से दूर अगर आप कुछ पल नदी किनारे शांति से बिताना चाहते है और साथ मे स्थानीय संस्कृति के बारे मे जानना चाहते है तो ऐसे पर्यटकों के लिए कुट्टा गाँव एक आदर्श गाँव है| आप यहाँ पर आराम करने के साथ साथ ट्रैकिंग भी कर सकते हैं|

15. नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान (Nagarahole National Park)

यदि आप वन्य जीवों मे रुचि रखते हैं तो नागरहोल नेशनल पार्क मे दिया हुआ आपका एक दिन जीवनभर के लिए यादगार बन जाएगा| वन्य जीवों मे रुचि रखने वालों के लिए ये कुर्ग मे घूमने के लिए सबसे याची जगह है जहां आपको 270 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियाँ देखने को मिल सकती है|

इस राष्ट्रीय उद्यान मे विशालकाय एशियाई हाथी भी पाए जाते हैं| मानसून की पहली बारिश मे यहाँ विभिन्न प्रकार के रंग बिरंगे पक्षियों का भी दीदार होता है| पशु और प्रकृति प्रेमियों के लिए इस जगह मे जानने और समझने के लिए बहुत कुछ है|  इस राष्ट्रीय उद्यान का दूसरा नाम ‘राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान’ भी है|


16. ब्रह्मगिरि ट्रेक (Brahmagiri Trek)

ब्रह्मगिरि शिखर हरे भरे घने जंगल और धुंध से भरी पहाड़ियों से घिरा एक बेहद ही खूबसूरत और रोमांच पैदा करने वाला एक दर्शनीय स्थल है| शिखर पर जाते हुए रास्ते मे आपको खूबसूरत जंगल, चांदी की तरह चमकते झरनों का पानी, घास के मैदान और विभिन्न प्रकार के रंग बिरंगे वनस्पति देखने को मिलेगी| इस रास्ते मे आपको एक वन्यजीव अभयारण्य भी है जहां पर आपको विभिन्न प्रकार के वन्य जीवों को देखने का मौका मिलेगा|

इस ट्रैक के आस पास इरुप्पु झरना, पक्षीपथलम की गुफा और भगवान विष्णु को समर्पित थिरुनेलाई मंदिर हैं जिन्हे आपको जरूर देखना चाहिए| यह ट्रैक अनगिनत आकर्षणों से भर हुआ है जो आपकी इस जर्नी को बेहद रोचक और मजेदार बनाता है|

17. मदिकेरी किला (Madikeri Fort)

कुर्ग शहर तो अपने प्राकृतिक खूबसूरती, झरने, बगान और हरे भरे जंगलों के लिए जाना जाता है लेकिन मदिकेरी किले भी एक जगह है जो यहाँ के इतिहास को अपने अंदर समेटे हुए है| कुर्ग से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह किला हरे भरे पहाड़ों के बीच बना हुआ है|

इस किले का निर्माण पहली बार सत्रहवीं शताब्दी मे उस समय के शासक मुद्दू राजा ने करवाया था | इनके बाद टीपू सुल्तान ने इस किले पर कब्जा किया और उसने इसको ग्रेनाईट से बनवाया और बाद के राजाओं ने भी इस किले पर काम किया जिसके कारण इस किले की संरचना मे कई बदलाव हुए|

18. चेट्टल्ली (Chettalli)

यह कुर्ग का एक छोटा सा गाँव है जो मदिकेरी – सिद्धपुर रोड पर स्थित है| यह स्थान कॉफी के बागानों के लिए प्रसिद्ध है जो दूर दूर तक फैले हुए हैं| यहाँ पर भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान स्थित है जो अपने आप मे एक यूनीक संस्थान है| यहाँ चेट्टाल्ली जलप्रपात आपकी यात्रा सूची में अवश्य होना चाहिए|

इस जलप्रपात तक पहुँचने के लिए 2 धाराओं को पार करना होगा जहां पर आपको बीच मे  शोला वनों और घने कॉफी बागानों से होकर भी जाना पड़ेगा जो इस रास्ते को और रोमांचक बनाता है| चेट्टल्ली में बेहद लोकप्रिय चेराला भगवती मंदिर भी जहां बड़ी संख्या मे पर्यटक दर्शन करने के लिए जाते हाँ| चेट्टल्ली दिसम्बर मे घूमने के लिए कुर्ग मे सबसे याची जगह है|

19. भागमंडला (Bhagamandala)

 भागमंडला एक बेहद लोकप्रिय तीर्थस्थल है जो मडिकेरी से लगभग 39 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| इस जगह को त्रिवेणी संगम भी कहते है क्यूँ की यहाँ पर तीन नदियों कावेरी, कन्निके और सुज्योति का पवित्र संगम है। सुज्योति नदी संगम तक भूमिगत बहती है|

यहाँ पर आपको आकर अध्यात्मक शांति का अनुभव होगा| इस संगम मे स्नान करने से आपका तन और मन पूरी तरह शुद्ध हो जाएगा और आपके शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा| यह एक बेहद पवित्र जगह है जहां पर विभिन्न प्रकार के धार्मिक कार्यक्रम सम्पन्न कराए जाते हैं|

20- निशानी मोटे (Nishani Motte)

कुर्ग मे घूमने के लिए कम भीड़भाड़ और कम ज्ञात स्थानों मे से एक है निशानी मोटे जो की बैंगलोर निवासियों के लिए सप्ताहांत की छुट्टियों बिताने के लिए एक आदर्श जगह है| ट्रैकर्स के लिए इससे बेहतरीन जगह कोई नहीं हो सकती| स्थानीय भाषा में निशानी बेट्टा का अर्थ है एक “चिह्नित पहाड़ी”|

यह क्षेत्र  वन्यजीव अभयारण्य का एक हिस्सा है जो कई जानवरों का निवास है जो की ब्रह्मगिरी पर्वत श्रृंखला में स्थित है| इसके अलावा निशानी मोटे अपने सुहावने मौसम और कॉफी के बगानों के लिए भी मशहूर है| ये रोमांचकारी पर्यटन स्थल कर्नाटक मे सबसे अच्छी घूमने वाली जगहों मे से एक है| मानसून पर इसकी सुंदरता और हरियाली और भी ज्यादा बढ़ जाती है|




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