माजुली द्वीप (Majuli Island)- दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप

Majuli Island: मजुली शब्द ‘MAJULI’ से लिया गया है, जिसका मतलब है पानी से घिरा हुआ क्षेत्र| आपने अपने जीवन मे देश विदेश मे एक से बढ़कर एक बड़े और सुंदर द्वीप देखेँ होंगे लेकिन आज हम दुनिया के सबसे बड़े नदी द्वीप के बारे मे बात करेंगे जो भारत के असम राज्य मे ब्रह्मपुत्र नदी मे बना हुआ है जिसे लोग माजुली द्वीप द्वीप (Majuli Island) के नाम से जानते हैं|

इनके बारे में भी जाने:

इस पृथ्वी का सबसे बड़ा नदी द्वीप माजुली द्वीप द्वीप (Majuli Island) लगभग 1250 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र मे फैला हुआ था जो अब ग्लोबन वार्मिंग के कारण मात्र 352 वर्ग किलोमीटर रह गया है| माजुली द्वीप द्वीप (Majuli Island) समुद्र तल से 85 से 90 मीटर ऊंचा और लगभग 80 किलोमीटर लंबा और 10 से 15 किलोमीटर तक चौड़ा है।

माजुली द्वीप द्वीप (Majuli Island) उत्तर दिशा में सुबनसिरी नदी और दक्षिण दिशा में ब्रह्मपुत्र नदी से बना हुआ है| माजुली द्वीप (Majuli Island) असम राज्य के जोरहाट शहर से 20 और गुवाहटी शहर से लगभग 347 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है|

माजुली द्वीप (Majuli Island) अपनी खूबसूरती और संस्कृति से दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है|

असम का ये बड़ा और खूबसूरत द्वीप यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल शामिल है| वर्ष 2016 मे इसे दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप घोसित किया गया था और साल 2016 में ही असम सरकार ने इस द्वीप को एक जिला बना दिया था जिसके बाद इसे विश्व पटल पर पहचान मिली थी|

माजुली द्वीप (Majuli Island) मे ज्यादातर ‘मिशिंग जनजाति’ के लोग रहते हैं| आज की तारीख मे इस द्वीप पर करीब 144 गाँव हैं जिनमे लगभग डेढ़ लाख लोग खुशहाल पूर्वक रहते हैं| इस द्वीप को घूमने का सबसे अच्छा साधन है सायकल|

आप जानकार आश्चर्य चकित हो जाएंगे की माजुली द्वीप मे बिना किसी रासायनिक खाद लगभग 100 प्रकार के चावल की खेती होती है| इसलिए जब भी आपका माजुली द्वीप आना होता है तो यहाँ के चावल का सेवन जरूर करें|

माजुली द्वीप (Majuli Island) से आप सुंदर और सजावट वाले सुंदर मिट्टी के बर्तन और हथकरघा वस्तुएं भी खरीद कर अपने घरों को सजा सकते हैं| माजुली को ‘असम की सांस्कृतिक राजधानी’ भी कहा जाता है। इस द्वीप मे आपको असम की खास जनजातियों की अनोखी संस्कृति की झलक भी यहां देखने को मिलेगी|

ब्रह्मपुत्र नदी मे जब आप जेटी की सवारी करके माजुली द्वीप (Majuli Island) पर पहुंचते हैं तो आपको ऐसा आभाष होगा की जैसे आप दूसरी दुनिया मे पहुँच गए हैं| माजुली द्वीप (Majuli Island) के लिए जेटी आपको जोरहाट के निमाटी घाट से मिलेगी जो आपको लगभग 1 घंटे मे माजुली द्वीप (Majuli Island) पहुंचा देगी|

निमाटी घाट से माजुली के लिए हर दिन दो फेरी चलती है जिसके जरिए आप वहां पहुँच सकते हैं| कमलाबाड़ी नामक एक घाट से आप माजुली द्वीप (Majuli Island) में प्रवेश करते हैं। ब्रह्मपुत्र नदी के भारी विस्तार के कारण इसे पुरुष नाम दिया गया है| ब्रह्मपुत्र नदी की चौड़ाई कही कहीं आपको 10 किलोमीटर भी देखने को मिल जाएगी|

आज अगर माजुली द्वीप (Majuli Island) इतना गुलजार और हरा भरा है इसमे सिर्फ एक आदमी की मेहनत है जिसका नाम है जादव पायेंग| कहानी कुछ ऐसी है की 1979 मे असम में भयंकर बाढ़ आई थी जिस कारन से ब्रह्मपुत्र नदी के आस पास सारी हरियाली उजड़ गई थी और आस पास का जंगल पूरी तरह बंजर हो गया था|

उस समय जादव पायेंग की उम्र महज 16 साल की थी| इस बाढ़ का जादव पायेंग के ऊपर बहुत बड़ा असर पड़ा और उन्होंने इस बंजर भूमि को हरियाली मे बदलने का निर्णय ले लिया और लगातार 40 साल की जी तोड़ मेहनत करके जादव पायेंग ने ब्रह्मपुत्र नदी के आस पास 1360 एकड़ का जंगल उगाकर वापस उस धरती को गुलजार कर दिया|

आज विश्व जगत जादव पायेंग को “फॉरेस्ट मैन ऑफ इंडिया” के नाम से जानती है| इन 40 सालों मे जादव ने करीब 4 करोड़ पेड़ लगाए और बाढ़ मे जो बेजुबान जानवरों का बसेरा छिन गया था उनको बेजुबानों को वापस उनको अपना आशियाना दिया|

ये काम जादव के लिए इतना आसान नहीं था| जं उन्होंने अपने पवित्र विचार गाँव वालों को बताया तो किसी ने भी उनकी सहायता नहीं की और नाही उनको सरकारी सहायता नसीब हुई फिर उन्होंने अकेले ही चलने का फैसला किया और जब आपकी नीयत अच्छी हो तो ऊपर वाला भी आपका साथ देता है और हुआ भी वही उनकी मेहनत रंग लाई|

पहले दिन उन्होंने 20 पौधे लगाएं और इन 20 से 4 करोड़ पौधों तक पहुँचने के लिए इस महामानव ने अपने आपको अपने जीवन को पूरी तरह प्रकृति के चरणों मे सौंप दिया और कई बेजुबानों को उनका घर लौटा दिया|

जादव ने लगभग 8 लाख हेक्टेयर जमीन पर पौधरोपण किया और साथ मे लोगों को प्रकृति की सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक भी किया| उनके इस महान और कल्याणकारी कम के लिए भारत सरकार ने वर्ष 2015 में पद्मश्री सम्‍मानित किया साथ मे असम एग्रीकल्‍चर यूनिवर्सिटी ने उन्‍हें पीएचडी की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया|

जादव को मेक्सिको के राष्ट्रपति की ओर से मेक्सिको आने का आमंत्रण भी मिला| माजुली द्वीप मे आपको बहुत सारे प्रवासी पक्षी भी देखने को मिलेंगे| माजुली द्वीप मे पक्षियों की लगभग 260 प्रजातियां पाई जाती हैं|

माजुली द्वीप मे आकर आप कयाकिंग और पैरासेलिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं| पिछले 30-40 सालों में माजुली द्वीप ने अपना एक-तिहाई हिस्सा बाढ़ मे खो दिया है| माजुली द्वीप में कुछ गेस्ट हाउस हैं जिनकी बुकिंग आपको पहले से करनी पड़ेगी|

कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो बाढ़ का प्रभाव लगातार बढ़ने के कारण वर्ष 2030 तक ये द्वीप पूरी तरह जलमग्न हो जाएगा| इस द्वीप पर आप कई खूबसूरत पर्यटक स्थल जैसे कमलाबाड़ी सातरा, दखिनपाट सातरा, गरमुर सातरा, तेंगपनिया माजुली और औनाती सात्र घूम सकते हैं|

यहाँ आने का सबसे अच्छा समय मानसून का होता है उस समय चारों तरफ आपको पानी देखने को मिलेगा लेकिन बाढ़ के कारन खतरा बढ़ जाता है इसलिए अक्टूबर से फ़रवरी के बीच यहाँ पर आना सबसे अच्छा माना जाता है|

माजुली द्वीप किस राज्य मे है (Majuli Island In Which State)

माजूली द्वीप असम राज्य के जोरहाट शहर से 20 और गुवाहटी शहर से लगभग 347 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है

माजुली द्वीप का मैप (Majuli Island Map)

माजुली द्वीप का क्षेत्रफल (Majuli Island Area)

माजुली द्वीप लगभग 1250 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र मे फैला हुआ था जो अब ग्लोबन वार्मिंग के कारण मात्र 352 वर्ग किलोमीटर रह गया है

माजुली द्वीप किसलिए प्रसिद्ध है (Majuli Island Is Famous For)

माजुली द्वीप प्राकृतिक सुंदरता, आध्यात्मिक महत्व और अपनी प्राचीन संस्कृति के लिए जाना जाता है|

माजुली द्वीप किस नदी पर बना हुआ है (Majuli Island Is Situated On Which River)

माजुली द्वीप ब्रह्मपुत्र नदी पर बना हुआ है|

माजुली द्वीप की जनसंख्या (Majuli Island Population)

इस द्वीप पर करीब 144 गाँव हैं जिनमे लगभग डेढ़ लाख लोग रहते हैं|

माजुली द्वीप किस जिले मे स्थित है (Majuli Island In Which District)

माजुली द्वीप माजुली जिले मे स्थित है| सितंबर 8, 2016 को इसे जिला घोषित किया गया था|

माजुली द्वीप कैसे पहुँचें (How To Reach Majuli Island)

माजुली द्वीप का नजदीकी हवाई अड्डा 28 किलोमीटर दूर जोरहाट का हवाई अड्डा है और 20 किलोमीटर दूर जोरहाट का रेलवे स्टेशन है| अगर आप जोरहाट के लिए ट्रेन टिकट बुक करना चाहते हैं तो यहाँ पर क्लिक करें|

Q1- माजुली द्वीप (Majuli Island) क्यों प्रसिद्ध है?

A- माजुली द्वीप दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है जो अपने प्राकृतिक सुंदरता, आध्यात्मिक महत्व और अपनी प्राचीन संस्कृति के दुनियाभर मे मशहूर है

Q2- क्या माजुली द्वीप (Majuli Island) एक विश्व धरोहर स्थल है?

A- माजुली द्वीप यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल शामिल है

Q3- माजुली को असम का नया जिला कब घोषित किया गया था?

A- 8 सितंबर 2016

Q4- विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप कौन सा है?

A- असम का माजुली द्वीप (Majuli Island)

Q5- माजुली महोत्सव मनाने के लिए कौन सा राज्य प्रसिद्ध है?

A- भारत का असम राज्य

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