Murthal: अगर आप शाकाहारी भोजन की बात करेंगे तो आपको पता चलेगा भारत मे लगभग 40% आबादी शाकाहारी है जो की दुनिया के किसी भी देश से बहुत ज्यादा है| और जब शाकाहारी भोजन की बात करेंगे तो पराठा शाकाहार भोजन की सूची मे बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है जिसका सेवन नाश्ता , लंच और डिनर तीनों मे बड़े चाव से किया जाता है|
पराठों मे आपको कई केटेगरी के देखने को मिल जाएगें| भारत मे खाने पीने की इतनी ज्यादा वेरायटी है की आपको हर गाँव या शहर मे कोई न कोई व्यंजन मिल ही जाएगा जो उस क्षेत्र का मशहूर होगा| इसी तरह हरियाणा के सोनीपत जिले मे स्थित एक मुरथल गाँव है जो पूरी दुनिया मे अपने स्वादिष्ट पराठों के लिए जाना जाता है|
इनके बारे में भी जाने:
- थ्री गॉर्जेस बांध (Three Gorges Dam)- जिसने पृथ्वी के घूमने की गति को धीमा कर दिया है
- स्नो वर्ल्ड हैदराबाद (Snow World Hyderabad)- भारत का बर्फ से बना हुआ सबसे बड़ा पार्क
- बास्टॉय जेल (Bastoy Prison)- दुनिया की सबसे आलीशान जेल
- केदारेश्वर गुफा मंदिर (Kedareshwar Cave Temple)- एक स्तम्भ पर टिका मंदिर जो देता है दुनिया के अंत का संकेत
- जतिंगा गांव (Jatinga Village)- जहाँ पक्षी करते हैं सामूहिक आत्महत्या
मुरथल गाँव का पूरा नाम मुरथल खास है जो सोनीपत से 6 और नई दिल्ली से 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| दराअसल मुरथल एक हाइवे के किनारे स्थित है जो एक साथ कई जिलों को जोड़ता है|
इसी हाईवे से बहुत सारे ट्रकों का आना जाना होता था और ट्रक ड्राइवर यहाँ पर उतरकर खाना खाया करते थे| तब से ये जगह स्वादिष्ट भोजन परोसने वाला एक बेहतरीन अड्डा बन गया|
इस हाईवे मे आपको कई सारे ढाबे एक साथ मिल जायेगें| मुरथल देश के राष्ट्रीय राजमार्ग 44 नंबर पे दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे के किनारे पर स्थित है| आप जानकर आश्चर्य मे पड़ जाएंगे कई इस हाईवे मे 34 किलोमीटर तक ढाबे ही ढाबे हैं लेकिन यहाँ का सबसे मशहूर ढाबा अमरीक सुखदेव ढाबा है जहाँ लजीज पराठें का लुत्फ उठाने देश विदेश ने पराठा प्रेमी यहाँ पर पहुंचते हैं|
इस ढाबे पर रात ही रात मे हजारों लोग पराठा खाने आते हैं| आप ढाबे के बाहर खुले मे भी बैठकर पराठों का आनंद ले सकते हैं| इस ढाबे ने मुरथल को पराठा हब के तौर पर विकसित करने मे कोई कसर नहीं छोड़ी है|
अंतरराष्ट्रीय एजेंसी टेस्ट एटलस दुनिया के 150 सबसे अच्छे रेस्त्रां की एक सूची बनाई थी जिसमे भारत के 7 रेस्त्रां को शामिल किया गया था उसमे मुरथल का अमरीक सुखदेव ढाबा भी शामिल था|
अमरीक सुखदेव ढाबा 150 रेस्त्रां की सूची मे 23वें नंबर पर काबिज था| इस ढाबे ने क्वालिटी मे कभी भी समझौता नहीं किया है| इस ढाबे मे डेली लगभग 10,000 लोग स्वादिष्ट पराठे का लुत्फ उठाने आते हैं|
हालाकी इस ढाबे मे सबकुछ अच्छा ही अच्छा नहीं है| पिछले कुछ समय से इस ढाबे के स्टाफ की शिकायतें और उनके गलत आचरण के बार मे लगातार सोशल मीडिया मे आवाज उठाई जा रही है| ऑर्डर को लेकर ग्राहक और स्टाफ मे हमेशा बात विवाद होता रहता है| इसलिए इस ढाबे मे जाने से पहले इंटरनेट मे रिव्यू पढ़कर जाएं|
अगर आप रात को मुरथल मे पराठे का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं तो आपको एक अलग ही दुनिया देखने को मिलेगी| रात मे मुरथल के ढाबे चमचमाती लाइटों से नहा जाते हैं और चारों तरफ का माहौल मेले जैसा हो जाता है|
ये गाँव कभी भी नही बंद होता| यहाँ के ढाबे सातों दिन और 24 घंटे ग्राहकों को सेवा देटे है| अगर आप दिल्ली NCR मे हैं और खाने के शौकीन हैं और रात मे दोस्तों के साथ सैरसपाटा भी करना चाहते हैं तो इससे अच्छी जगह कोई और नहीं हो सकती|
एक समय था की दिल्ली के चाँदनी चौक के पराठों का बहुत क्रेज था लेकिन समय सबका एक जैसे नहीं रहता| आज मुरुथल के पराठे हर वर्ग के लोगों मे अपनी पैठ बना चुके हैं| मुरथल की एक और बाद जो इसे थोड़ा अलग बनाती है की यहाँ पर स्थित सभी ढाबे शुद्ध शाकाहारी हैं|
ऐसा माना जाता ही की मुरथल की धरती को महान संत बाबा कलीनाथ का आशीर्वाद है और बाबा कलीनाथ मांसाहार के सख्त खिलाफ थे| इसलिए किसी भी ढाबे मे अगर मांसाहार बनता है तो वो ढाबा पूरी तरह से बर्बाद हो जाता है| इसी डर से आज तक किसी भी ढाबे मे मांसाहार ना हीं बनाया गया और ना ही परोसा गया है|
अगर आप इस हाईवे से निकल रहे हैं तो यकीन मानिए यहाँ के पराठों की खुसबू मे इतनी ताकत है की आप स्वतः अपनी सरपट दौड़ रही गाड़ी मे ब्रेक लगा देंगे| यहाँ स्थित सभी अच्छे ढाबे 1950 के आस पास के हैं|
मुरथल स्थित सभी ढाबाओं मे सभी के अपने अपने प्रसिद्ध व्यंजन हैं जैसे अमरीक सुखदेव ढाबा मे पनीर मिसिया परांठा, हवेली मे सफेद मक्खन और अचार के साथ आलू परांठा, गुलशन ढाबा मे विशेष थाली, मन्नत हवेली मे लस्सी के साथ छोले भटूरे और पहलवान ढाबा मे लस्सी के साथ छोले भटूरे मे मशहूर हैं| ये सभी ढाबे शुद्ध शाकाहारी हैं|
इसके अलावा अगर आप कुछ नया ट्राइ करना चाहते हैं तो आपको रेशम ढाबा मे आना चाहिए| इस ढाबे मे भोजन परोसने का अंदाज थोड़ा अलग है| यहाँ पर आगंतुकों का ऑर्डर लेकर उसको तैयार करके उसको एक ऑटोमैटिक ट्रेन मे रखकर आगंतुक तक पहुंचाया जाता है| यहाँ का भी पराठा और चाय दोनों बेहद लजीज हैं|
मुरथल ढाबा (Murthal Dhaba)
मुरथल अपने स्वादिष्ट व्यंजन के लिए जाना जाता है| यहाँ पर आपको एक से बढ़कर एक ढाबे देखने को मिलेंगे जैसे मरीक सुखदेव ढाबा, हवेली, गुलशन ढाबा, मन्नत हवेली, रेशम ढाबा और पहलवान ढाबा|
मुरथल के पराँठे (Murthal Paratha)
वैसे तो पूरा मुरथल अपने स्वादिष्ट व्यंजन के लिए जाना जाता है लेकिन यहाँ के स्वादिष्ट व्यंजननों मे से पराठे का सबसे ज्यादा क्रेज है| मुरथल मे पराठे खाने देश विदेश से लोग आते हैं|
मुरथल का प्रसिद्ध ढाबा (Murthal Famous Dhaba)
वैसे तो मुरथल मे कई एक से बढ़कर एक ढाबे हैं लेकिन अमरीक सुखदेव ढाबा, हवेली ढाबा, गुलशन ढाबा, मन्नत हवेली और पहलवान ढाबा मुख्य हैं|
मुरथल का पिनकोड (Murthal Pincode)
मुरथल का पिनकोड 131027 है|
मुरथल कैसे पहुँचें (How To Reach Murthal)
दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट मुरथल का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है जो मुरथल से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और नजदीकी रेलवे स्टेशन सोनीपत का रेलवे स्टेशन है जो मुरथल से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है|
अगर आप दिल्ली मे हैं तो आपको मेट्रो लेकर कश्मीरी गेट आना होगा वहाँ से मुरथल जाने वाली बस पकड़ना होगा| अगर आप सोनीपत के लिए ट्रेन टिकट बुक करना चाहते हैं तो यहाँ पर क्लिक करें|
मुरथल का मैप (Murthal Map)
Q1- मुरथल (Murthal) में क्या प्रसिद्ध है?
A- मुरथल स्वादिष्ट पराठों के लिए दुनिया भर मे मशहूर है|
Q2- मुरथल (Murthal) का मतलब क्या होता है?
A- मुरथल का मतलब “आपसी” होता है|
Q3- मुरथल में नॉन-वेज क्यों नहीं है?
A- संत कालीनाथ संत ने कहा था की जो भी इस धरती पर मांसाहार पकाएग वो नष्ट हो जाएगा|
Q4- मूल मुरथल ढाबा कौन सा है?
A- मरीक सुखदेव ढाबा
Q5- क्या मुरथल देखने लायक है?
A- खाने के अलावा मुरथल के आस पास आप कई एडवेंचर ऐक्टिविटी कर सकते हैं|