Auroville City: अगर आपका जन्म इंसान के रूप मे हुआ है तो आपको अपने जीवन को आगे बढ़ाने के लिए रोटी, कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी वस्तुओं के लिए आपको पैसे की जरूरत होती है| लेकिन भारत के तमिलनाडु मे स्थित एक ऐसा शहर है जहां पर रहने के लिए आपको एक पैसा नहीं देना पड़ेगा| इस शहर का नाम है ऑरोविले|
इनके बारे में भी जाने:
- थ्री गॉर्जेस बांध (Three Gorges Dam)- जिसने पृथ्वी के घूमने की गति को धीमा कर दिया है
- मुरथल (Murthal)- अपने स्वादिष्ट पराठों के लिए मशहूर हरियाणा का एक गाँव
- बास्टॉय जेल (Bastoy Prison)- दुनिया की सबसे आलीशान जेल
- केदारेश्वर गुफा मंदिर (Kedareshwar Cave Temple)- एक स्तम्भ पर टिका मंदिर जो देता है दुनिया के अंत का संकेत
- जतिंगा गांव (Jatinga Village)- जहाँ पक्षी करते हैं सामूहिक आत्महत्या
ऑरोविले शहर (Auroville City) मे रहना और खाना दोनों पूरी तरह से फ्री है| इस शहर मे भारत सरकार का कोई भी नियम कानून लागू नहीं होता बल्कि ऑरोविले शहर के अपने खुद के बनाये हुए कानून चलते हैं| इस शहर मे देश विदेश से अलग अलग धर्म, जाति और अलग अलग भाषा बोलने वाले लोग रहते हैं|
कोई सरकार न होने के बाद भी ये शहर बड़ी ही अनुशासनपूर्वक चलता है| यह भारत वर्ष का सबसे अनूठा और अलग शहर है| अगर आपको ऐसा लग रहा है की बिना पैसे के भारत के किसी भी कोने मे रहना और खाना कैसे फ्री हो सकता है| तो आइए बताते हैं ऑरोविले शहर का मैनेजमेंट|
ऑरोविले शहर को ‘भोर का शहर’ ‘Sun Of Dawn’ भी कहते हैं| ऑरोविले शहर को यूनिवर्सल सिटी भी कहते हैं क्यूँ की यहाँ पर 50 अलग अलग देशों के लगभग 2500 नागरिक बिना भेदभाव और बिना विवाद के रहते हैं| इन 2500 लोगों मे 30% भारतीय नागरिक भी शामिल हैं|
इस शहर को बसाने का सबसे बड़ा कारण था की लोग बिना किसी जाति, धर्म और भाषाई भेदभाव के शांति से रहकर जीवनयापन कर सकें| चेन्नई शहर से लगभग 140 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ऑरोविले शहर (Auroville City) तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले के अंतर्गत आता है|
ऑरोविल शहर को माँ मीरा अल्फ़ाज़ा ने 28 फ़रवरी 1968 को बसाया था| मीरा अल्फ़ाज़ा भारतीय ऋषि श्री अरबिंदो की एक महत्वपूर्ण सहयोगीं थी| माँ मीरा अल्फ़ाज़ा ने ही अरबिंदो के विचारों को जमीन मे उतारा था|
जो भी व्यक्ति इस शहर की नागरिकता लेना चाहता है उसको केवल एक शर्त का पालन करना होगा| उसे यहाँ पर एक सेवक के रूप मे काम करना होगा| इस शहर मे न ही कोई मंदिर है, न मस्जिद है न चर्च है और न ही कोई गुरद्वारा है|
अगर मंदिर की चर्चा की जाए तो यहाँ पर बिना किसी मूर्ति का एक मंदिर है जिसे मातृमंदिर कहते हैं जहां पर इस शहर मे रहने वाले लोग योग और ध्यान करते हैं| इस शहर के बारे मे वर्ष 1930 से ही सोचना चालू कर दिया गया था|
ऑरोविले शहर (Auroville City) में आपको स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी और अस्पताल सबकुछ मिलेगा| इन जगहों मे पैसा नहीं लगता बल्कि इसके बदले आपको सेवा करनी पड़ेगा| यहाँ पर रहने वाले लोग तेल, साबुन और अगरबत्ती जैसी चीजें बनाते हैं|
विदेशी नागरिकों को यहाँ पर रहने के लिए 1 साल का वीजा मिलता है जिसे बाद मे 3 साल तक बढ़ाया जा सकता है| ऑरोविले शहर के लोग पैसे के लिए एक कागजी मुद्रा का उपयोग करते हैं| इस शहर मे एक बैंक भी है जिसमे यहाँ के निवासी अपना धन रख सकते हैं| ये बैंक RBI द्वारा अनुमोदित है|
हरियाली का भी इस शहर मे बहुत ख्याल रखा गया है| इस अकेले शहर मे 30 लाख से ज्यादा पेड़ लगाए गए हैं जो यहाँ के वातावरण को शुद्ध रखने मे महत्वपूर्ण योगदान देते हैं| इन पेड़ों के कारण सालभर यहाँ का तापमान सामान्य रहता है|
ऑरोविले शहर (Auroville City) का आर्किटेक्चर बहुत ही शानदार है| इस शहर मे आपको ऑडिटोरियम, उद्योग, खेती, रेस्तरां, फार्म और गेस्टहाउस इत्यादि देखने को मिलेंगे| इस शहर को एक 900 लोगों सभा चलाती है जिसमे भिन्न भिन्न वर्ग के लोग शामिल रहते हैं| इस शहर के लोग बाहरी दुनिया से पैसे का लेन देन कर सकते हैं लेकिन शहर के अंदर पैसे के लेंन देन का कोई भी प्रावधान नहीं है|
इस शहर के लोगों का खुद का अपना एक मेल नेटवर्क भी है| जो लोग धर्म और जाती से ऊपर उठकर एक सुकून भरा जीवन जीना चाहते हैं उनके लिए ऑरोविले शहर किसी स्वर्ग से कम नहीं है| ऑरोविले शहर को भारत सरकार भी पूर्ण रूप से मान्यता देती है|
भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और प्रतिभा पाटिल भी इस अनोखे शहर का दौरा कर चुके हैं| यहाँ पर रहने वाले लोग धर्म के मार्ग पर नहीं बल्कि सत्य के मार्ग पर चलने मे विश्वास रखते हैं| अगर कोई मेहमान इस शहर मे आता है तो उसको एक डेबिट कार्ड दिया जाता है ताकि वो अपने जरूरत का समान खरीद सके|
ये शहर एक खूबसूरत बीच के किनारे स्थापित है लेकिन ऊबड़ खाबड़ होने के कारण इस बीच मे नहाना वर्जित है| इस शहर को यूनिर्वसल सिटी भी कहते हैं| यूनेस्को ने भी इस धर्मरहित शहर की प्रशंसा की है| करीब 50 एकड़ मे फैला इस शहर का अपना खुद का एक बॉटनिकल गार्डन भी है|
इस शांत शहर को न ही किसी पोलिस की जरूरत है और न ही किसी सरकार की| बिना विवादों के ये शहर अपनी दिशा खुद ही तय करता है और सारी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचता है|
ये हमारे देश की खूबनसूरती है की हमारे देश ने हम लोगों को इतनी आजादी दी है जो जैसा चाहे वैसा रह सकता है| ऑरोविले शहर मे न ही भारत की करन्सी चलती है और नाही कोई मंदिर है| फिर भी भारत सरकार इस शहर का पूरा ख्याल रखती है| इस शहर के विकास मे कोई कसर नहीं छोड़ती|
आज जहां पर भारत के पड़ोस के देशों मे बहुसंख्यक वर्ग अपना धर्म दूसरों पर थोपते हैं वही हमारा देश जो किसी भी धर्म को नहीं मानते उनके भी विकास के लिए सोचता हैं| शायद इसी को वसुधैव कुटुंबकम कहा गया है|
ऑरोविले शहर कैसे पहुँचें (How To Reach Auroville City)
ऑरोविले शहर का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा चेन्नई हवाई अड्डा है जो केवल 135 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है वहीं सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन विल्लुपुरम रेलवे स्टेशन है जो मात्र 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| अगर आप चेन्नई पहुँचने के लिए फ्लाइट टिकट बुक करना चाहते हैं तो यहाँ पर क्लिक करें|
ऑरोविले शहर की योजना (Auroville City Planning)
ऑरोविले शहर पूरी तरह योजना से बनाया गया है| जहां पर आपको स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी,अस्पताल, ऑडिटोरियम, उद्योग, खेती, रेस्तरां, फार्म और गेस्टहाउस इत्यादि देखने को मिलेंगे| आप जब यहाँ पर आएंगे यहाँ का अनुशासन देखकर दंग रह जाएंगे| इस शहर की प्लानिंग देख कर भारत के बाकी शहर भी कुछ सीख सकते हैं|
ऑरोविले शहर की फ़ोटोज़ (Auroville City Images)
ऑरोविले शहर का मैप (Auroville City Map)
Q1- क्या भारतीय ऑरोविले (Auroville City) में रह सकते हैं?
A- हाँ
Q2- ऑरोविले (Auroville City) क्यों प्रसिद्ध है?
A- अपने कल्चर और रहन सहन के लिए
Q3- ऑरोविले (Auroville City) के बारे में क्या खास है?
A- यहाँ के लोग धर्म पर नहीं बल्कि सत्य के मार्ग पर चलते हैं|
Q4- ऑरोविले (Auroville City) में पैसे का उपयोग किया जाता है?
A- जी, यहाँ की मुद्रा का नाम ‘ऑरोविले यूनिट’ है|
Q5- ऑरोविले में रहना कैसा है?
A- यहाँ लगभग 50 देशों के 2500 नागरिक बिना किसी भेदभाव के शांति से जीवन यापन करते हैं|