कुरुवा द्वीप (Kuruvadweep)- बांस की राफ़्टिंग के लिए दुनियाभर मे मशहूर केरल का एक द्वीप

Kuruvadweep: जब भी हमारे कानों मे द्वीप शब्द गूँजता है तो हमारा मन अपने आप ही उस द्वीप को समुद्री द्वीप से जोड़ा लेता है| हम कभी नदी द्वीप के बारे मे सोच नहीं पाते हैं| इसका कारण है की नदी द्वीप बहुत ही कम संख्या मे होते हैं|

इन्ही कम संख्याओं मे एक नदी द्वीप है जो दक्षिण की गंगा कही जाने वाली कावेरी नदी की एक सहायक नदी काबिनी नदी पर बना हुआ है| सुंदर और मनमोहक कुरुवा द्वीप केरल के वायनाड मे स्थित है|

इनके बारे में भी जाने:

आपने कश्मीर से कन्याकुमारी तक भिन्न भिन्न प्रकार की नदियों मे राफ्टिंग की होगी लेकिन केरल के वायनाड स्थित काबिनी नदी मे आप एक अलग प्रकार की राफ्टिंग का लुत्फ उठा सकते हैं| कुरुवाद्वीप कबनी नदी मे स्थित सुंदर कई टापुओं का एक समूह है|

सुंदर और मनमोहक दृश्यों वाला ये द्वीप बैंबू राफ्टिंग के लिए दुनियाभर मे जाना जाता है| जी हाँ, इस द्वीप पर आप बैंबू से बने नाव मे राफ्टिंग का लुत्फ उठा सकते हैं| 950 एकड़ क्षेत्रफल मे फैला और मंत्रमुग्ध करने वाला ये द्वीप बैंबू राफ्टिंग के अलावा विभिन्न प्रकार के कई वनस्पतियों और जीव-जंतुओं के लिए एक निवास स्थान है|

ये द्वीप कई प्रवासी पक्षियों का भी घर है| इस द्वीप के आस पास आपको 2 सुंदर झीलें भी घूमने को मिलेंगी| प्रकृति प्रेमी और पक्षी प्रेमियों के लिए ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं है|  काबिनी नदी की कल कल करके बहती जलधारा, पक्षियों की चहचहाहट और शांत पर्यावरण के बीच बैंबू से राफ्टिंग करना आपको रोमांच से भर देगी|

अगर आप अपने दोस्तों या परिवार जनों के साथ पिकनिक मनाना चाहते हैं तो ये जगह आपके लिए परफेक्ट है| इस पूरे एरिया मे विकास कार्यों को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय लोगों की भी मदद ली जाती है| कुरुवाद्वीप के स्थानीय लोग और मैनेजमेंट इस बात का ख्याल रखते हैं की इस द्वीप मे ज्यादा पर्यटक एक साथ न आयें इसलिए ये केवल सुबह 9:00 से शाम को 3:30 तक खुला रहता है|

अगर रास्ते मे हाँथियों का झुंड रास्ता पार करता है तो आगंतुकों का प्रवेश रोक दिया जाता है जब तक की वे जंगल मे बिना रुकावट पहुँच जाएं| यह द्वीप पूरी तरह एक इकोटूरिस्ट स्पॉट बन चुका है| जो प्लास्टिक और प्रदूषण से पूरी तरह मुक्त है| इसको एक इकोटूरिस्ट स्पॉट बनाने मे सबसे बड़ा योगदान यहाँ की स्थानीय जनता का है|

स्थानीय जनता इस द्वीप का ख्याल अपने घर की तरह करती है| अगर आप इस द्वीप मे घुसते समय पानी की प्लास्टिक वाली बोतल ले जा रहे हैं तो आपको कुछ पैसे जमा करने होंगे वो तभी वापस होंगे जब आप लौटते समय उस बोतल को दिखाएंगे|

वायनाड मे छुट्टियाँ बिताने के लिएये एक परफेक्ट जगह है जो पूरी तरह प्रकृति की गोद मे बसी हुई है| फ़ोटोग्राफ़रों के लिए ये टापू केरला के सभी जगहों मे सबसे पसंदीदा जगहों मे से एक है| मानसून के समय यहाँ पर प्रवेश बंद रहाता है लेकिन बाकी समय अप इस द्वीप मे विज़िट कर सकते हैं|

यहाँ के जंगलों मे औषधीय जड़ी बूटियाँ प्रचुर मात्रा मे पाई जाती हैं जो मानव जीवन के लिए जरूरी हैं| अगर आप अपने रोज की दिनचर्या से थक चुके हैं तो आपको एक बार इस द्वीप पर जरूर आना चाहिए| आप इस द्वीप पर पैदल चलते चलते प्रकृति के दर्शन करते हुए टहल भी सकते हैं| साथ मे इस द्वीप पर ट्रेकिंग का भी आनंद ले सकते हैं|

अगर आप मांसाहार भोजन का सेवन करते हैं तो यहाँ पर आपको स्वादिष्ट मछली और गरम चावल खाने को मिलेंगे| इस द्वीप मे एंट्री फीस भारतीयों के लिए 110 रुपये और विदेशी सैलानियों के लिए 200 रुपये रखी गयी हैं|

कैमरा और पार्किंग की फीस अलग से होगी| यहाँ पर आने का सबसे अच्छा समय मानसून के बाद का होता है| अक्टूबर से फरवरी के बीच इस द्वीप की सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है|

अगर आप इस द्वीप को अच्छे से इक्स्प्लोर करना चाहते हैं तो आपको कम से कम 3-4 घंटे का समय निकाल कर आना चाहिए| इस द्वीप पर एक दिन मे केवल 575 पर्यटकों को ही आने की अनुमति है| कुरुवाद्वीप केरल और भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण विरासत है जिसे आज तक सजो कर रखा गया है|

इस द्वीप की देखरेख और पूरा मैनेजमेंट केरल का वन विभाग करता है| इस जगह मे बिताया हुया समय और यहाँ पर ली गई फोटो आपके लिए किस उपहार से कम नहीं है| यहा ली गई फोटो मे आपको किसी भी प्रकार की एडिटिंग की जरुरत नहीं पड़ेगी|

अगर आप वायनाड के टूर पर हैं तो इस द्वीप को बिना घूमे न लौटें| इस द्वीप को घूमे बिना आपका केरल या वायनाड का टूर अधूरा है| पक्षी, हरियाली, साफ पानी वाली नदी, राफ्टिंग, शांति , प्रदूषण का ना होना और स्वादिष्ट भोजन ये द्वीप आपको हर वो चीज देगा जिसकी तलाश अप अपने जीवन मे कभी न कभी जरूर करते हैं|

चूकीं यहाँ पर हरियाली ज्यादा है इसलिए कांटें के साथ जीव जन्तु भी हो सकते हैं तो जूते मजबूत वाले पहनें| द्वीप पर जोंक भी हो सकते हैं उसके लिए जोंक विरोधी मोजे पहनकर चलें| द्वीप पर किसी भी तरह की चेंजिंग रूम/शौचाल नहीं है इसलिए अपने होटल या रिज़ॉर्ट से हल्के होकर आयें|

द्वीप मे आकर गंदगी बिल्कुल भी न करें और न ही अपने किसी साथी को गंदगी करने दें| द्वीप को साफ सुथरा रखने मे अपना सहयोग दीजिए| ट्रेकिंग करते समय रास्ता न भटक जाएं इसलिए अपने साथ एक गाइड जरूर रखें|

कुरुवा द्वीप का मौसम (Kuruvadweep Weather)

मानसून के बाद यहाँ की सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है इसलिए आपको यहाँ पर अक्टूबर से फरवरी के बीच आना चाहिए|

कुरुवा द्वीप मे रिज़ॉर्ट (Kuruvadweep Resorts)

आपको इस द्वीप के आस पास ठहरने के लिए कई रेसॉर्टस बढ़िया ऑप्शन के साथ मिल जाएंगे|

कुरुवा द्वीप की दूरी (Kuruvadweep Distance)

वायनाड शहर से कुरुवा द्वीप लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है|

कुरुवा द्वीप मे ऐक्टिविटी (Kuruvadweep Activities)

इस द्वीप पर आप ट्रैकिंग, पक्षी देखने, राफ्टिंग करने और घने जंगलों की खोज जैसी ऐक्टिविटी कर सकते हैं|

कुरुवा द्वीप की एंट्री फीस (Kuruvadweep Entry Fee)

इस द्वीप मे एंट्री फीस भारतीयों के लिए 110 रुपये और विदेशी सैलानियों के लिए 200 रुपये रखी गयी हैं| साथ मे पार्किंग फीस 60 रुपये रखी गई है|

कुरुवा द्वीप कैसे पहुँचें (How To Reach Kuruvadweep)

यहाँ का नजदीकी रेलवे स्टेशन 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कोझिकोड रेलवे स्टेशन है और नजदीकी हवाई अड्डा 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कालीकट हवाई अड्डा है| अगर आप कोझिकोड रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन टिकट बुक करना चाहते हैं तो यहाँ पर क्लिक करें|

कुरुवा द्वीप की फ़ोटोज़ (Kuruvadweep Photos)

कुरुवा द्वीप मैप (Kuruvadweep Map)

Q1- कुरुवा द्वीप बस से कैसे पहुंचे?

A- आप बस से मनथावडी से कुरुवद्वीप पहुँच सकते हैं|

Q2- क्या कुरुवा द्वीप देखने लायक है?

A- कुरुवा द्वीप वायनड की सबसे सुंदर जगहों मे से एक है

Q3- कुरुद्वीप कहाँ स्थित है?

A- वायनाड मे

Q4- कुरुवा द्वीप किसलिए मशहूर है?

A- बम्बू राफ्टिंग के लिए

Q5- कुरुवा द्वीप किस नदी पर बना हुआ है?

A- काबिनी नदी पर

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