गुड़ियों का द्वीप (Island of Dolls)- जहां चारों तरफ लटकी है ‘डरावनी गुड़ियाँ’

Island of Dolls: अगर आप किसी देश के द्वीप या आइलैंड के बारे मे आप सोचते हैं तो आपके मन मे क्या आता है? शायद चारों तरफ पानी, हरियाली, समुद्री भोजन, एडवेंचर ऐक्टिविटी, क्रूज और बहुत सारी मौज मस्ती|

मैक्सिको देश के होचिमोको शहर मे के पास स्थित झीलों के बीच बसा ‘ला इस्ला डे लास मुनेकास’ नाम का आइलैंड भी एक सामान्य आइलैंड था लेकिन 1990 मे इस आइलैंड कुछ ऐसा हुआ की इस द्वीप की पूरी रूपरेखा ही बदल गई|

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1990 मे पहली बार यहाँ पर कई डरावनी गुड़िया पेड़ों पर लटकी मिली तब से इस आइलैंड का नाम डॉल्स आइलैंड पड़ गया| आज की तारीख मे ये मैक्सिको का डॉल्स आइलैंड (Island of Dolls) दुनिया के सबसे हान्टेड आइलैंड मे एक माना जाता है|

गुड़ियों के द्वीप की कहानी (Island of Dolls Story)

यह डरावना आइलैंड मैक्सिको सिटी से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| इस आइलैंड मे इस खौफनाक मंजर के पीछे एक बहुत ही रहस्यमयी कहानी है| अगर आप 20 वीं सदी के शुरुआत मे जाएंगे तो आपको पता चलेगा की की मैक्सिको का होचिमोको इलाका अपनी उन्नत किस्म की खेती लिए बहुत मशहूर था|

खेतों मे पानी के लिए यहाँ पर कई नहरें बनाई गई थी| इसी बीच पूरी दुनिया युद्ध मे डूब गई थी| कई तरह के युद्धों और संघर्षों के बाद आखिरकार मैक्सिको को भी 1917 मे अपना संविधा मिला| अमेरिका से युद्ध के कारण मैक्सिको की बहुत सारी जमीन अमेरिका के हिस्से मे चली गई थी|

लगातार युद्ध के कारण होचिमोको इलाके की खेती भी नष्ट हो गई थी| यहाँ की तमाम नहरें भी सूख गई थी|

यहाँ के स्थानीय निवासी और किसान यहाँ से पलायन कर गए थे| इस प्रकार ये पूरा इलाका मानव विहीन हो गया था| लेकिन था तो ये एक सुंदर द्वीप ही इसलिए वापस इस इलाके को वर्ष 2003 मे पर्यटकों के लिए खोला गया| लेकिन जो पर्यटक इस द्वीप पर पहुँचें उन्हे एक अजीब नजारा दिखाई देता है|

वो देखते हैं की पूरा का पूरा आइलैंड डरावनी गुड़ियों से भरा हुआ है| कुछ पेड़ पर लटकी हैं तो कुछ जमीन पर पड़ी मिट्टी से सनी हुई है| अब सवाल ये आता है की जो द्वीप इतने सालों से बंद पड़ा है वहाँ पर इतनी सारी गुड़ियाँ आई कहाँ से?

इतिहासकारों की माने तो 20वीं सदी की  शुरुआत मे एक आदमी जिसका नाम था डॉन जूलियन सेंटाना बरेरा यहाँ पर रहने आया| उसने इस द्वीप मे फिर से खेती का चलन शुरू किया| कुछ दिन बीते ही थे की एक दोपहर मे जूलियन अपने झोंपड़े मे आराम कर रहा था तभी उसे बचाव बचाव की आवाज सुनाई पड़ी|

उसने नहर के पास जाकर देखा तो एक लड़की पानी मे डूब रही थी| जूलियन  ने उसे पानी से बाहर निकाला| लड़की सांस लेने के साथ साथ कुछ बोलने का भी प्रयास कर रही थी लेकिन साफ शब्दों मे बोल नहीं पा रही थी| बोलते बोलते ही उस लड़की की मृत्यु हो जाती है|

जूलियन को लगा की लड़की शायद किसी गुड़िया के बारे मे कुछ बोलने का प्रयास कर रही थी| जूलियन उसके बोले हुए शब्दों को भूलकर उस लड़की को द्वीप मे ही दफनाने के काम मे लग जाता है और उस लड़की को दफना देता है|

उस लड़की को ना बचा पाने का जूलियन को बहुत अफसोस था| इसी सोच मे उसके कुछ दिन गुजरते हैं और फिर एक दिन दोपहर मे जूलियन को इसी द्वीप पर पानी मे बहते हुए एक गुड़िया दिखाई देती है| फिर उसे याद आता है की वो लड़की भी मरने से पहले कुछ गुड़िया के बारे मे बताना चाह रही थी|

जूलियन उस लड़की की याद मे उस गुड़िया को नहर से निकालकर अपने पास रख लेता है और कुछ दिनों बाद उसे वो अपने झोपड़ी के पास मे ही स्थित एक पेड़ मे लटका देता है| लेकिन उस गुड़िया के मिलने के बाद भी वो पूरा दिन उस लड़की के शोक मे ही डूबा रहता| उसकी खेती बाड़ी भी नष्ट होने लगी थी|

सुबह से शाम तक जूलियन उस लड़की की हालत के बारे मे सोचकर दुखी होता था| जूलियन ने इन सबसे बाहर निकलने का एक उपाय निकाला| उसने पूरे आइलैंड को गुड़ियों से भर दिया| उसे आस पास जहाँ भी कोई भी गुड़िया मिलती वो इसी द्वीप मे लाकर किसी भी जगह उस गुड़िया को लटका देता था|

उसे लगता था की उस लड़की को शायद गुड़िया से प्यार था तो इस द्वीप मे इतनी सारी गुड़ियों को देखकर शायद उसकी आत्मा को शांति मिले| ऐसा करते करते पूरा आइलैंड गुड़ियों से भर गया| किसी गुड़िया को उसने पेड़ पर लटकाया तो किसी को बिजली की तारों मे| ये अव्यवस्थित और पुरानी गुड़ियाँ इस द्वीप मे डर का कारण बनी|

आज भी गुड़ियों का द्वीप (Island of Dolls) पर कोई अकेला आता है तो उसकी आत्मा कांप उठती है| इस कहानी के बारे मीडिया मे चर्चा तब हुई जब वर्ष 2001 मे जूलियन की मौत हार्ट अटैक से हो गई| अजीब ये था की जिस जगह पर उस लड़की की मौत हुई थी ठीक उसी जगह पर जूलियन की भी मौत हुई थी|

आज भी जब पर्यटक गुड़ियों का द्वीप (Island of Dolls) को घूमने आते हैं तो उस लड़की की याद मे वो यहाँ पर गुड़िया लाते हैं| इस प्रकार इस द्वीप मे गुड़ियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है| एक अनुमान के मुताबिक आज की तारीख मे इस द्वीप मे लगभग 4000 गुड़िया हैं| कुछ तो बेहद ही पुरानी है| इन सब मे वो गुड़िया भी शामिल है जो जूलियन को पानी मे तैरती हुई मिली थी|

वर्ष 1987 में यूनेस्को ने इस डरावने द्वीप को विश्व विरासत स्थल मे शामिल किया था| ऐसा कहा जाता है की आज भी इस द्वीप से लड़की के चीखने की आवाजे आती है| कुछ लोग तो ये भी कहते हैं की ये गुड़ियाँ आपस मे सर हिलाकर बाते भी करती हैं| इस द्वीप मे पर्यटकों का अकेला आना पूरी तरह मना है| पर्यटकों को इस द्वीप मे गाइड को साथ लेकर ही आना है|

यहाँ तक पहुंचना आसान नहीं है| आप यहाँ तक एम्बरकेडेरो क्यूमेन्को या एम्बरकेडेरो फर्नांडो सेलाडा से नाव लेकर पहुँच सकते हैं|

गुड़ियों के द्वीप तक कैसे पहुँचें (How To Reach Island of Dolls)

गुड़ियों के द्वीप (Island of Dolls) का नजदीकी हवाई अड्डा मेक्सिको सिटी एयरपोर्ट है जो यहाँ से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| अगर आप मेक्सिको सिटी एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट टिकट बुक करना चाहते हैं तो यहाँ पर क्लिक करें|

गुड़ियों का द्वीप का मैप (Island of Dolls map)

Q1- गुड़िया का द्वीप (Island of Dolls) कहां है?

A- मैक्सिको देश के होचिमोको शहर मे

Q2- गुड़िया के द्वीप (Island of Dolls) के पीछे रहस्य क्या है?

A- यहाँ पर 4000 डरावनी गुड़ियाँ हैं जो डर का रहसाह कराती हैं

Q3- गुड़िया के द्वीप (Island of Dolls) की खोज किसने की थी?

A- जूलियन सैन्टाना बरेरा ने

Q4- क्या डॉल आइलैंड (Island of Dolls) एक असली कहानी है?

A- कनफर्म नहीं है

Q5- गुड़िया का द्वीप (Island of Dolls) कितना पुराना है?

A- 75 साल

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