Krishna Temple Udupi: भारत मे 80% आबादी हिन्दुओं की है और यही कारण है की हमारे प्यारे देश मे लगभग 6,48,907 मंदिर हैं| इन मंदिरों मे से सबसे ज्यादा मंदिर भारत मे दक्षिण मे स्थित तमिलनाडु राज्य मे हैं| अकेले 3,90,615 मंदिर तमिलनाडु की धरती पर बने हुए हैं|
इतने सारे मंदिरों मे आपकों भगवान कृष्ण को समर्पित एक से बढ़कर एक अद्भत और आलोकिक मंदिर देखने को मिलेंगे| भारत की कुल जीडीपी मे मंदिरों मे आए चढ़ावे का योगदान लगभग 2.32 प्रतिशत का है|
लगभग सभी मंदिरों मे भगवान के दर्शन गर्भगृह मे बने द्वार से होते हैं| लेकिन कर्नाटक के उडुपी मे बने कृष्ण मंदिर मे भगवान कृष्ण के दर्शन द्वार से नहीं बल्कि खिड़की से होते है|
इनके बारे में भी जाने:
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कृष्ण मंदिर उडुपी की कहानी (Krishna Temple Udupi Story)
मंदिरों से सजे इस देश मे आपको बहुत से रोमांच कर देने वाले ऐतिहासिक मंदिर दिखेंगे लेकिन भारत के दक्षिण मे कर्नाटक मे द्वारकाधीश सुदर्शन चक्रधारी भगवान श्री कृष्ण का एक ऐसा मंदिर है जिसमे भगवान के दर्शन आपको किसी द्वार से नही बल्कि खिड़की से कराए जाते हैं|
इस खिड़की मे 9 छिद्र होते हैं| जिसका संबंध ब्रह्मांड मे स्थित 9 गृह से है| ये खिड़की चाँदी की परत से जड़ी हुई है| इसी खिड़की से पूजा पद्धति पूरी की जाती है| भगवान के खिड़की से दर्शन देने के पीछे एक बेहद ही रोचक कहानी प्रचलित है|
कृष्ण मंदिर उडुपी का इतिहास (Krishna Temple Udupi History)
कहानी के अनुसार 16वीं शताब्दी मे भगवान श्री कृष्ण के एक परम भक्त थे जिनका नाम था कनकदास जी| भक्त कनकदास जी को किन्ही कारणों से इस मंदिर मे प्रवेश नहीं मिलता था| कनकदास जी ने भगवान श्री कृष्ण से साक्षात दर्शन देने की प्रार्थना की|
भगवान श्री कृष्ण ने अपने भक्त की प्रार्थना स्वीकार की और भगवान ने उसी मंदिर मे पीछे की तरफ एक खिड़की का निर्माण कर दिया| खिड़की के निर्माण के बाद भक्त कनकदास प्रभु कृष्ण के दर्शन आसानी से कर लिया करते थे| धीरे धीरे खिड़की से दर्शन करने की परम्परा बन गई जो आज तक चली आ रही है|
जिस छोटी खिड़की से भगवान श्री कृष्ण के दर्शन कराए जाते हैं उसे प्यार से “कन्हा की खिड़की” कहा जाता है| आप ये जानकर आश्चर्य मे पड़ जाएंगे की उडुपी शहर को “दक्षिण की मथुरा” भी कहते हैं| ऐसा माना जाता है की उडुपी के कृष्ण मंदिर मे रखी भगवान कृष्ण की मूर्ति पूरे दुनिया की सबसे सुंदर मूर्ति है| इस मंदिर मे भगवान बाल स्वरूप मे विराजमान हैं|
इस पवित्र और आलोकिक मंदिर (Krishna Temple Udupi) का निर्माण श्री माधवाचार्य ने 13वीं शताब्दी में किया था| और बनने के बाद ही ये मंदिर दक्षिण भारत का सबसे मशहूर मंदिर बन गया| इस मंदिर मे जिन भक्तों की मन्नत पूर्ण हो जाती है वो मंदिर के फर्श पर परोस कर भोजन ग्रहण करते हैं| इस मंदिर के फर्श को काले रंग के काड्डपा स्टोन से निर्मित किया गया है|
हालाकी इस रिवाज के बारे में लोगों का कहना है कि यह पूरी तरह से स्वैच्छिक है| किसी भी भक्त को फर्श पर भोजन करने के लिए जबरदस्ती नहीं की जाती| यह एक पूरी तरह स्वेच्छा से की जाने वाली प्रथा है।
जिनकी कोई मन्नत पूरी हो जाती है या जिन्हें भगवान से कोई मन्नत मांगना होता है तो वो भक्त इस प्रथा को यहां एक तपस्या के रूप में लेते हैं और भगवान का नाम लेकर भोजन ग्रहण करते हैं| इस मंदिर मे मिले प्रसाद को प्रसादम या नैवेद्यम कहा जाता है| इसके अलावा अन्य भक्तों को केले के पत्ते और अन्य बर्तन में ही प्रसाद परोस कर दिया जाता है|
इस मंदिर (Krishna Temple Udupi) मे हर 2 साल मे “पर्याय महोत्सव” मनाया जाता है जिसमे मंदिर के देख रेख की पूरी जिम्मेदारी एक मठ से दूसरे मठ को सौंपी जाती है| ऐसा माना जाता है की इस मंदिर मे एक अखंड दिया है जो पिछले 700 वर्षों से लगातार जल रहा है|
इस मंदिर (Krishna Temple Udupi) मे भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति को सोने के गहनों और सुनहरे रथ से सजाया गया है| यह मठ भारत के दूसरे कृष्ण मंदिरों से पूरी तरह अलग है। यहाँ पर बने सुंदर सरोवर मे इस मंदिर का मनमोहक प्रतिबिंब दिखाई देता है|
इस मंदिर मे स्थित हनुमान जी, सूर्य भगवान और अन्य देवी देवताओं की सदियों पुरानी मूर्ति आपको इस मंदिर की प्राचीनता का अनुभव कराएंगी|
यहाँ पर भगवान विष्णु के प्रिय रहे नागदेवता को समर्पित भी एक मंदिर है| इस मंदिर की दीवारों पर चित्रों की सहायता से कुछ ऐतिहासिक कहानियों को भी दिखाया गया है| इस मंदिर मे गायों के संरक्षण के लिए एक गौशाला भी है| मुख्य मंदिर के अंदर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पूरी तरह प्रतिबंधित है|
कृष्ण मंदिर उडुपी का समय (Krishna Temple Udupi Timings)-
कहने को तो इस मंदिर (Krishna Temple Udupi) का द्वार सुबह 4:30 बजे खुल जाता है लेकिन एंट्री केवल मठ के लोगों के लिए होती है| आम भक्त के लिए ये द्वार 5 बजे खुलता है और रात को 10 बजे बंद होता है|
त्योहार या जन्माष्टमी मे ये समय बदल भी सकता है| जन्माष्टमी जैसे आयोजन मे पूरा मंदिर को फूलों, दीपों और रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाता है| इस दिन भगवान की झलक पाने के लिए भक्तगण घंटों प्रतीक्षा करते हैं|
कृष्ण मंदिर उडुपी का संपर्क सूत्र (Krishna Temple Udupi Contact Numbers)
1- +918123430895, 2- +91 820 2521272
कृष्ण मंदिर उडुपी का ड्रेस कोड (Krishna Temple Udupi Dress Code )
पुरुष धोती या पैंट पहनें लेकिन शॉर्ट्स की अनुमति नहीं है और महिला साड़ी, सलवार सूट या लंबी स्कर्ट पहनें बिना आस्तीन या छोटे कपड़े पहनने से बचें|
कृष्ण मंदिर उडुपी कैसे पहुँचें (How To Reach Krishna Temple Udupi)
उडुपी शहर का अपना रेलवे स्टेशन ही वहीं 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है मंगलोर हवाई अड्डा| अगर आप मंगलोर हवाई अड्डे के लिए ट्रेन टिकट बुक करना चाहते हैं तो यहाँ पर क्लिक करें|
कृष्ण मंदिर उडुपी के फ़ोटोज़ (Krishna Temple Udupi Photos)







कृष्ण मंदिर उडुपी का लोकेसन (Krishna Temple Udupi location)
इनके बारे में भी जाने:
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