Places to Visit in Anuppur: मध्य प्रदेश का अनूपपुर जिला पर्यटन की दृष्टि से एक बेहद महत्वपूर्ण शहर है| जहां पर आपको पर्वत, नदियाँ, झरने और प्राचीन मंदिर सब कुछ देखने को मिलेगा| प्रदेश की 2 बड़ी नदियाँ सोन और नर्मदा के उद्गम स्थल इसी जिले मे आपको मिलेंगे|
अनुपूर एक आदिवासी बहुल क्षेत्र हैं जहां पर आपको आदिवससियों से संबंधित जगहें देखने को मिलेंगी| इस जिले मे आपको एक से बढ़कर एक पर्यटन स्थल देखने को मिलेंगे| अनूपपुर जिला सतपुड़ा और मैकाल पहाड़ियों के बीच स्थित है जहां पर आपको कई धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक जगहें देखने को मिलेंगी|
अनुपूर कैसे पहुंचे (How to reach Anuppur)
वायुमार्ग (By Air)
अनूपपुर शहर का नजदीकी हवाई अड्डा रीवा एयरपोर्ट है जो 2025 मे चालू होगा| फिलहाल के लिए आपको 250 किलोमीटर दूर स्थित डुमना एयरपोर्ट जबलपुर मे उतरना होगा| जबलपुर हवाई अड्डे से बाहर आकर आप बस, कैब या ट्रेन पकड़कर अनूपपुर पहुँच सकते हैं|
सड़क मार्ग (By Road)
अनूपपुर शहर सड़क मार्ग से अपने आस पास के सभी शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है| आप आस पास के के किसी भी गाँव या शहर से सीधी और आरामदायक बस लेकर अनूपपुर शहर पहुँच सकते हैं|
रेल मार्ग (By Train)
अनूपपुर शहर का अपना खुद का विकसित रेलवे स्टेशन है जो की एक जंक्शन भी है| लेकिन इस रूट मे कम ट्रेन चलने के कारण इसकी कनेक्टिविटी सही नहीं है| इसलिए अगर आपको अनूपपुर के लिए डायरेक्ट ट्रेन नहीं मिल रही है तो आप 180 किलोमीटर दूर कटनी जंक्शन मे उतरकर अनूपपुर के लिए ट्रेन, बस या कैब ले सकते हैं| अगर आप अनूपपुर या कटनी के लिए ट्रेन टिकट बुक करना चाहते हैं तो यहाँ पर क्लिक करें|
Top 10 Places to Visit in Anuppur for an Unforgettable Experience
1. अमरकंटक (Amarkantak)
अगर आप प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ साथ धार्मिक जगहों को भी घूमना चाहते हैं तो अमरकंटक जरूर आना चाहिए| अमरकंटक की भूमि हिन्दुओ के लिए अत्यंत पवित्र मानी गई है जिसका संबंध भगवान शिव, कपिल मुनि और दुर्वासा ऋषि से भी है| कपिल मुनि और दुर्वासा ऋषि ने इस जगह पर तपस्या की थी|
इस पवित्र जगह मे मध्य प्रदेश के 3 नदियों नर्मदा, सोन और जोहिला का उद्गम स्थल यहाँ पर स्थित सतपुड़ा की पहाड़ियों मे है| अमरकंटक मे आपको एक से बढ़कर एक भव्य और सुंदर मंदिर देखने को मिलेंगे| अनूपपुर जिले मे अमरकंटक सबसे ज्यादा घूमे जाने वाली जगह है| अमरकंटक घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से फरवरी के बीच का है|
अमरकंटक समुद्र तल से 1050 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है| इस जगह मे आपको नर्मदा द्वारा निर्मित एक से बढ़कर जलप्रपात देखने को मिलेंगे| सतपुड़ा की पहाड़ियों मे ऊंचाई पर स्थित अमरकंटक चारों तरफ से हरे भरे और ऊंचे पेड़ों से घिरा हुआ है| अमरकंटक में ठहरने के लिए भी बढ़िया सुविधाएं हैं।
यहाँ बहुत सारे आश्रम, धर्मशालाएँ और होटल हैं जहाँ आप अपने बजट के अनुसार कमरे लेकर ठहर सकते हैं।
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2. शिवलहरा की गुफाएं (Shivlahara Caves)
ये पवित्र गुफ़ाएं राष्ट्रीय राजमार्ग 43 मे अनूपपूर से 40 किलोमीटर दूर कोतमा तहसील मे स्थित है जो ASI द्वारा संरक्षित हैं| अनूपपुर जिले मे स्थित ये धाम भगवान शिव को समर्पित है जिसका संबंध महाभारत काल से है| ऐसा माना जाता है की अपने अज्ञातवास के दौरान कुछ समय पांडवों ने यहाँ पर भी बिताया था|
यहाँ पर स्थित 5 गूफ़ाएं पांचों पांडवों को समर्पित है| इन गुफाओं मे ब्रह्मी और शंखलिपि मे लेख भी हैं| इन गुफाओं मे साधुओं के लिए ध्यान कक्ष भी बने हुए हैं| केवई नदी के किनारे स्थित इन गुफाओं का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से हुआ है| इन गुफाओं के अंदर आपको मिट्टी से बने कई बर्तन भी देखने को मिलेंगे|
गुफा मे एक प्राचीन शिव मंदिर भी है| इस गुफा मे संक्रांति और शिवरात्रि को मेले का भी आयोजन किया जाता है| श्रद्धालु केवई नदी मे स्नान करके भगवान शिव को जल चढ़ाने आते हैं| यदि आप इतिहास प्रेमी हैं तो आपको इसी जगह पर जरूर आना चाहिए| यहाँ पहुँचने का आखिरी 2 किलोमीटर का रास्ता थोड़ा कच्चा है|
3. गणेश मंदिर (Ganesh Temple)
अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ तहसील से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित धरहरकला में प्राचीन गणेश जी का मंदिर| यहाँ पर स्थित गणेश जी की मूर्ति कल्चुरी काल कि बताई जाती है| ये एक चमत्कारिक मंदिर है| जहां पर गणेश जी की मूर्ति का आकार बदलता रहता है और मूर्ति का आकार भी बढ़ रहा है|
पहले ये मूर्ति खुले मे थी लेकिन अब भक्तों द्वारा मंदिर बनवाकर मंदिर के अंदर पूरे विधि विधान से इस प्रतिमा को स्थापित कर दिया गया है| इसके नजदीक ही गौरी कुंड है जहां पर आपको साल मे 12 महीने शीतल और शुद्ध जल देखने को मिलेगा| इस मंदिर के पास ही शिव पार्वती का भी मंदिर है|
इस मंदिर मे स्थित गणेश जी की प्रतिमा का आकार 8 फीट है| ये मंदिर घने जंगल मे स्थापित है| ऐसी मान्यता है की अमरकंटक मे नर्मदा मे स्नान का पूर्ण लाभ आपको तब मिलेगा जब आप स्नान करने के पहले बप्पा के दर्शन करेंगे| यहाँ पर स्थित बप्पा की मूर्ति एक दक्षिणमुखी मूर्ति है जिसके दर्शन करने को लोग दूर दूर से आते हैं| गणेश चतुर्थी मे यहाँ पर आपको ज्यादा भीड़ देखने को मिलेगी|
4. किरर घाट (Kirar Valley)
यह एक बेहद खूबसूरत घाटी है जो अनूपपुर और अमरकंटक के बीच पड़ती है| ये घाटी चारों तरफ से हरियाली से घिरी हुई है जो मानसून के समय आपको स्वर्ग का एहसास कराती है| अमरकंटक जाते समय आप इस घाटी मे थोड़ा समय विश्राम करके आंखे बंद करके यहाँ की दूर दूर तक फैली शांति का अनुभव कर सकते हैं|
इस घाटी मे आपको एक वाचटावर भी देखने को मिलेगा जिसमे चढ़कर आप प्रकृति के शानदार नजारे देख सकते हैं| ये नजारे और भी ज्यादा खूबसूरत हो जाते हैं अगर इन्हे आप मानसून के समय पर देखते हैं| साफ पानी के बहते झरने, हरियाली और पक्षियों की चहचहाहट आपके मन को पूरी तरह शांत कर देंगे|
इस घाटी मे पवनपुत्र हनुमान जी को समर्पित एक मंदिर भी है| बजरंगबली का आशीर्वाद लेकर आप अपनी आगे की यात्रा कर सकते हैं|
5. लाड़ली लक्ष्मी वाटिका (Ladli Laxmi Vatika)
अनूपपुर शहर स्थित ये सबसे बढ़िया और सुंदर पार्क है| ये पार्क चारों तरफ से हरियाली से घिरा हुआ है जहां पर आप शांति से कुछ समय बिता सकते हैं साथ मे आप फोटोग्राफी भी कर सकते हैं| आप यहाँ पर सुबह और शाम को सैर सपाटा या योग, ध्यान और कसरत भी कर सकते हैं| इस उद्यान मे बच्चों के मनोरंजन के लिए भी ढेर सारे साधन और झूले उपलब्ध हैं|
इस उद्यान का सबसे बड़ा आकर्षण है गाज मंदिर| ये एक ऐसा प्राचीन अद्भुत मंदिर है जिसको बचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है और इसकी खास विशेषता ये है की ये बिजली को अपनी ओर आकर्षित करता है| इस मंदिर मे आए दिन बिजली गिरती है इसलिए इसे गाज मंदिर कहा गया है|
इस मंदिर की दीवारे अभी भी हमारी गौरवशाली इतिहास को बयाँ करती हैं| यह मंदिर अब पुरातत्व विभाग के संरक्षण मे है| जब भी आपका अनूपपुर आना होता है इस उद्यान और इस अनोखे मंदिर को जरूर घूमें|
6. श्री शिव मारुति मंदिर (Shri Shiv Maruti Temple)
इस मंदिर का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा हुआ है| द्वापर युग मे जब पांडव अपने अज्ञातवास मे थे तो उन्होंने कुछ समय अनूपपुर मे भी बिताया था और इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने ही किया था| ये बेहतरीन, भव्य और प्राचीन मंदिर देवाधिदेव महादेव और रामभक्त हनुमान जी को समर्पित है|
इस मंदिर का निर्माण एक ही रात मे किया गया है| मंदिर का निर्माण बिना पत्थर जोड़े किया गया है| मंदिर मे इस्तेमाल हुए पत्थरों को यहाँ से 2 किलोमीटर दूर सोन नदी के पानी मे तराशा गया है| इस मंदिर के गर्भगृह मे शिवलिंग की स्थापना पांडवों ने ही की थी|
इस मंदिर का निर्माण खूबसूरत सफेद बलुआ पत्थर से हुआ है जिसकी ऊंचाई लगभग 9 मीटर है| पांडवों ने ही इस मंदिर के साथ साथ 8 एकड़ मे फैले एक तालाब का निर्माण भी किया था| इतने सालों के बाद भी ये मंदिर पूरी मजबूती के साथ खड़ा हुआ है और आस पास के भक्तों के लिये आस्था का केंद्र है|
7. छिरा पटपर (Chhira Patpar)
जितना अजीब ये नाम है ये जगह उससे भी ज्यादा सुंदर और आलोकिक है| ये अनूपपुर का सबसे सुंदर और सबसे अच्छा पिकनिक स्पॉट है जो मुख्य शहर से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| ये पूरा क्षेत्र हरे भरे जंगलों के बीच स्थित है जिसके बीचों बीच से मंत्रमुग्ध करने वाली बकान नदी चट्टानों को चीरकर निकलती है|
नदी के दोनों तरफ सुंदर चट्टानें हैं| ये पूरा क्षेत्र औषधियों और वनस्पतियों से घिरा हुआ है जहां पर आप अपने परिवार और बच्चों के साथ पिकनिक मना सकते हैं और फोटोग्राफी भी कर सकते हैं|
इस जंगल के शांत वातावरण मे नदी मे स्नान करना या ठंड के समय इसी हरियाली, कल कल करके बहती बकान नदी और पक्षियों की मधुर आवाज के बीच धूप सेंकना एक जीवन पर्यंत न भूलने वाला अनुभव होगा|
अगर आप अपने मित्रजनों या परिवार के साथ शांति से कुछ समय बिताने के लिए अनूपपुर मे कोई जगह देख रहे हैं तो आपको प्राकृतिक सुंदरता से लबरेज छिरा पटपर एक बार जरूर आना चाहिए| ये जगह अनूपपुर मे सबसे ज्यादा घूमे जाने वाली जगहों मे आती है|
8. सीतामढ़ी जलप्रपात (Sitamarhi Falls)
अनूपपुर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर एक ऐसा जलप्रपात है जिसको देखते ही आपकी पूरी थकान मिट जाएगी इस जलप्रपात को सीतामढ़ी जलप्रपात कहते हैं जी की केवई नदी पर बना हुआ है| ये झरना 5 भागों मे गिरता है सबकी चौड़ाई अलग अलग है|
इस झरने को देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे| झरने की गहराई ज्यादा नहीं है इसलिए आप इसमे स्नान भी कर सकते हैं| इस जगह पर एक प्राचीन शिव मंदिर भी है| स्थानीय लोग इस जगह का इस्तेमाल छुट्टियाँ बिताने के लिए करते हैं|
ये झरना अनूपपुर का एक छिपा हुआ रत्न है| ज्यादा दूरी और कच्ची सड़क होने के कारण बहुत ज्यादा लोग यहाँ पर नहीं आ पाते| अगर प्रशासन यहाँ की सुध ले तो इसे अच्छी तरह विकसित करके स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जा सकता है| अपनी अनूपपुर यात्रा के दौरान सीतामढ़ी जलप्रपात को देखने के लिए कुछ समय जरूर निकालें|
9. चचाई बांध (Chachai Dam)
चारों तरफ हरियाली से घिरा हुआ और सोन नदी पर बना ये एक स्टॉप डैम है जो अनूपपुर से मात्र 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| अमरकंटक थर्मल पावर प्लांट इस बाँध के किनारे ही स्थित है और इस बाँध के जल का उपयोग इसी प्लांट मे बिजली बनाने के लिए किया जाता है|
यह 4 गेट वाला बाँध है जहां पर स्थानीय लोग समय बिताने आते हैं| इस बाँध से सूर्यास्त का नजारा बहुत ही सुंदर दिखाई देता है| यह पूरा क्षेत्र पानी और हरियाली से घिरा हुआ है जहां पर आप सुबह और शाम को टहलने भी जा सकते हैं|
स्थानीय लोग यहाँ पर पिकनिक मनाने आते हैं| फोटोग्राफी करने के लिए भी ये एक उत्तम जगह है| मानसून के समय इसकी सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है| मानसून के समय ये बाँध पानी से लबालब भर जाता है और इसके चारों गेट खोलकर अतिरिक्त जल को बाहर निकाला जाता है| गेट से गिरती हुई पानी की बौछारों एक सुंदर दृश्य दिखाती हैं|
10. मरखी माता मंदिर (Markhi Mata Temple)
अनूपपुर शहर से महज 25 किलोमीटर से दूर केशवाही गाँव मे स्थित है मरखी माता मंदिर| ये प्राचीन मंदिर माता दुर्गा के ही एक रूप माता मरखी को समर्पित है| इस मंदिर का इतिहास सदियों पुराना है| इस मंदिर मे आप सड़क मार्ग से पहुँच सकते हैं|
गर्भगृह मे आपको माता मरखी की अदभुत प्रतिमा देखने को मिलेगी| नवरात्रि मे इस मंदिर मे कई तरह के धार्मिक आयोजन होते है| आस पास के गाँव वालों के लिए ये मंदिर एक बहुत बड़ा श्रद्धा का केंद्र है| इस मंदिर मे आकर आपको आध्यात्मिक शांति का अनुभव होगा| अपने अनूपपुर यात्रा के दौरान इस अद्भुत और प्राचीन मंदिर मे आकर माता के दर्शन जरूर करें|
केशवाही मे ये मंदिर आपको रोड के किनारे ही मिल जाएगा| प्रसाद आदि आप मंदिर के बाहर से खरीद सकते हैं|